Edited By Anil Kapoor,Updated: 03 May, 2023 07:56 AM

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आरोप लगाया कि बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) अन्दर ही अन्दर भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) से मिली हुई है और लोगों को...
सहारनपुर: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आरोप लगाया कि बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) अन्दर ही अन्दर भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) से मिली हुई है और लोगों को चुनाव में बसपा से सावधान रहने के लिए कहा। सपा मुख्यालय से लखनऊ (Lucknow) में जारी एक बयान के अनुसार सहारनपुर (Saharanpur) में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आरोप लगाया कि ''बहुजन समाज पार्टी अन्दर ही अन्दर भाजपा से मिली हुई है और चुनाव में बसपा से सावधान रहना है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर और डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों और सिद्धांतों पर चलते हुए सभी लोगों को साथ लेकर चल रही है।
स्मार्ट सिटी के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार और लूट हुई: अखिलेश यादव
मिली जानकारी के मुताबिक, यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग नफरत फैलाने और हिन्दू-मुस्लिम को लड़ाने की राजनीति कर रहे हैं, इनके पास जनता को बताने के लिए खुद का कोई काम नहीं है। भाजपा सरकार ने नगरों में समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान हुए विकास कार्यों को रोक दिया। सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार शहरों में जन सुविधाएं तक नहीं दे सकी और स्मार्ट सिटी के नाम पर धोखा दिया है, जबकि स्मार्ट सिटी में कोई जन सुविधा नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार और लूट हुई है। शहरों में कूड़ा और गंदगी है, नालियां और नाले भरे पड़े हैं।

प्रदेश में हर दिन महिलाओं और बेटियों के साथ हो रही हैं घटनाएं: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि यह चुनाव शहरी क्षेत्रों में साफ सफाई और जनता की सुविधाओं के लिए है, लेकिन मुख्यमंत्री तमंचे की बात करते हैं। मुख्यमंत्री से सफाई, ट्रैफिक, जनसमस्याओं, बेरोजगारी, महंगाई पर सवाल करो तो जवाब तमंचा मिलता है। ऐसे मुख्यमंत्री से क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। प्रदेश में हर दिन महिलाओं और बेटियों के साथ घटनाएं हो रही हैं। व्यापारियों का उत्पीड़न हो रहा है। अन्याय, अत्याचार चरम पर है। मुख्यमंत्री दूसरों को माफिया बताते हैं, लेकि अगर वे स्वयं के मुकदमे वापस न लेते तो उनकी चार्जशीट बहुत लंबी होती। उन पर तमाम तरह के गंभीर मामले दर्ज थे।