Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Dec, 2017 02:55 PM
हमें सेहतमंद रहने के लिए डॉक्टर फल, सब्जियां और अनाज खाने के लिए बोलते है, लेकिन अब यहीं चीजें हमें सेहतमंद बनाने की जगह बीमार कर रही हैं। रासायनिक कीटनाशकों के अंधाधुंध व असंतुलित ...
मेरठः हमें सेहतमंद रहने के लिए डॉक्टर फल, सब्जियां और अनाज खाने के लिए बोलते है, लेकिन अब यहीं चीजें हमें सेहतमंद बनाने की जगह बीमार कर रही हैं। रासायनिक कीटनाशकों के अंधाधुंध व असंतुलित प्रयोग से शरीर के भीतर की कोशिका की संरचना भी प्रभावित हो रही है।
बता दें मेरठ इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एमआइईटी) के बायोटेक्नोलॉजी विभाग के में यह तथ्य सामने आया है। प्रोफेसर डा. एलिजा चक्रवर्ती की निगरानी में पूर्णिमा का रिसर्च सचेत करने वाला है।
कैंसर का बन रहा बड़ा कारण
बायोटेक्नोलॉजी से एमटेक कर रहीं शोधार्थी पूर्णिमा ने एक अन्य छात्र रसिका के साथ मिलकर 2 साल में अपनी यह रिसर्च रिपोर्ट तैयार की है। फल और सब्जियों के साथ अनाज पर किसान जिस तरह से क्लोरोपाइरोफास कीटनाशक का इस्तेमाल का रहे हैं वह कैंसर का बड़ा कारण बन रहा है। बायोटेक्नोलॉजी की प्रोफेसर डा. एजिला चक्रवर्ती ने रिसर्च के आधार पर बताया कि इस कीटनाशक का असर उन किसानों और उनके परिवार पर भी पड़ रहा है जो इनका छिड़काव कर रहे हैं।
प्रोफेसर एजिला चक्रवर्ती का कहना है डीएनए के नुकसान का असर आनुवांशिकता पर पड़ता है, इसका असर आने वाली पीढ़ियों पर पड़ सकता है। यह प्रभाव भावी पीढ़ियों पर कितना होगा, इस पर भी अभी शोध की आवश्यकता है। इस तरह के हानिकारक कीटनाशक का प्रयोग तुरंत बंद करना चाहिए। अमेरिका जैसे देश में यह कीटनाशक पूरी तरह प्रतिबंधित है।