Edited By Mamta Yadav,Updated: 09 Aug, 2022 08:01 PM

: उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवादी निरोधक दस्ते (यूपीएटीएस) ने आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आतंकी हमला करने के मकसद से विस्फोट करने की योजना बना रहे एक शख्स को आजमगढ़ से मंगलवार को गिरफ्तार किया है। यूपी एटीएस ने उस संदिग्ध से IED...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवादी निरोधक दस्ते (यूपीएटीएस) ने आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आतंकी हमला करने के मकसद से विस्फोट करने की योजना बना रहे एक शख्स को आजमगढ़ से मंगलवार को गिरफ्तार किया है। यूपी एटीएस ने उस संदिग्ध से IED बनाने का सामान भी बरामद किया है।
यूपी एटीएस की ओर से जारी बयान में दावा किया गया है कि पकड़ा गया शख्स आजमगढ़ निवासी सबाउद्दीन आजमी पुत्र जफर आजमी, कट्टरपंथी आतंकवादी संगठन ‘आईएसआईएस' से जुड़ा है। वह एआईएमआईएम का भी सदस्य है। उसके पास से अत्याधुनिक विस्फोटक सामग्री बनाने के यंत्र और अवैध हथियार एवं कारतूस भी बरामद किये गये हैं।
एटीएस ने स्वतंत्रता दिवस से पूर्व इसे एक बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश करने में मिली सफलता बताते हुए बयान में दावा किया कि आजमी, आईएसआईएस के रिक्रूटर से सीधे संपकर् में था। इसके अनुसार राज्य के पुलिस महानिदेशक के निर्देशन एवं अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) के पर्यवेक्षण में एटीएस के अपर पुलिस महानिदेशक ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर संवेदनशीलता को देखते हुए बरती जा रही अतिरिक्त सतर्कता के तहत की गयी कार्रवाई के दौरान आजमी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
इसके तहत ही एटीएस को खुफिया सूचना मिली थी कि जिला आजमगढ़ के अमिलो मुबारकपुर इलाके में एक व्यक्ति अपने साथियों के साथ मिलकर आईएसआईएस की जिहादी विचारधारा का सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों से प्रचार प्रसार कर रहा है। उसे गिरफ्तार कर एटीएस मुख्यालय में पूछताछ के दौरान उसके मोबाइल फोन को खंगालने पर आईएसआईएस के टेलीग्राम चैनल ‘अल-सकर मीडिया' से उसके जुड़े होने की बात उजागर हुयी। आईएसआईएस इस चैनल का इस्तेमाल युवाओं को जिहाद से जोड़ने के मकसद से उनका ‘ब्रेनवॉश' करने में करता है।
एटीएस का दावा है कि आजमी ने आईएसआईएस के सीरिया में सक्रिय आतंकवादी अबू बकर अल शामी के संपर्क में आने के बाद मुजाहिदों पर हो रही कार्रवाई का बदला लेने के लिये आईएसआईएस की तर्ज पर भारत में भी एक संगठन बनाने और अत्याधुनिक विस्फोटक यंत्र बनाने की जानकारी जुटा रहा था। इस बीच उसने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्यों को निशाना बनाने के लिये आरएसएस के नाम से ईमेल आईडी बना कर उन्हें चिन्हित करने लगा था। एटीएस ने उसके विरुद्ध सुसंगत कानूनी प्रावधानों के तहत मुकदमा दर्ज कर विस्तृत जांच शुरु कर दी है।