Edited By Imran,Updated: 20 Jan, 2025 07:30 PM
रामायण में भगवान श्री राम का किरदार निभाने वाले और वर्तमान में मेरठ से सांसद अरुण गोविल ने सोमवार को प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि मैं राजनीति ने में नहीं आना चाहता था लेकिन मुझे भेज दिया गया। या राम जी ने जिसके भी मन में बात डाली। उसने भेज दिया।
मेरठ: रामायण में भगवान श्री राम का किरदार निभाने वाले और वर्तमान में मेरठ से सांसद अरुण गोविल ने सोमवार को प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि मैं राजनीति ने में नहीं आना चाहता था लेकिन मुझे भेज दिया गया। या राम जी ने जिसके भी मन में बात डाली। उसने भेज दिया।
उन्होंने इसके साथ यह भी कहा कि लोग कहते हैं कि मेरी सड़क बनवा दो, श्मशान की दीवार बनवा दो। नाली ठीक करवा दो। पानी की व्यवस्था करवा दो। ये लोगों की मांगें अपनी जगह ठीक हैं। लेकिन, मैं ये नहीं मानता हूं कि मैं सिर्फ इन चीजों के लिए आया हूं। मेरी जो शुरुआत घर-घर में आने वाले रामायण से है।'
देश में 11 लाख रामायण बांटेंगे सासंद
वार्ता के दौरान अरुण गोविल ने कहा कि 5 साल में देश में 11 लाख रामायण बांटेंगे। घर-घर रामायण अभियान के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा हूं। 22 जनवरी को किठौर और हापुड़ से वे इसकी शुरुआत करेंगे। रामजी की कृपा से ऐसा कर पाऊंगा। रामायण पढ़ने का असर देश, समाज पर पड़ेगा। रामायण हमारी धरोहर है। सांसद होना बाद में पहले मैं भारत का नागरिक हूं। ये सब करना मेरा कर्तव्य है।
रामायण से दुश्मनों में भी रिश्ता दिखाई देगा
अरुण गोविल ने कहा-रामायण में दुश्मनों में भी रिश्ता दिखाई देता है। रामायण को 10 प्रतिशत भी जीवन में उतार लें तो कल्याण होगा। रामायण, पारिवारिक, सामाजिक रिश्तों का संग्रह है। हम खुद अपने जीवन में ज्यादा समस्याएं पैदा करते हैं।