लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुटे अखिलेश, यूपी की 80 में से 50 सीटों पर जीत का रखा लक्ष्य

Edited By Ramkesh,Updated: 10 Sep, 2023 12:51 PM

akhilesh busy preparing for lok sabha elections 2024

मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सुधाकर सिंह की जीत से गददग समाजवादी पार्टी अब लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। पार्टी सूत्रों की मानें तो लोकसभा की 50 से अधिक सीटों पर जीत की सपा तैयारी कर रही है। 2019 में बसपा से गठबंधन के बाद...

लखनऊ: मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सुधाकर सिंह की जीत से गददग समाजवादी पार्टी अब लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। पार्टी सूत्रों की मानें तो लोकसभा की 50 से अधिक सीटों पर जीत की सपा तैयारी कर रही है। 2019 में बसपा से गठबंधन के बाद भी पार्टी को सिर्फ पांच सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था जबकि बसपा को इस चुनाव में 10 सीटें मिली थी। इस बार पार्टी इंडिया गठबंधन के साथ 2024 का लोक सभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। मिली जानकारी के मुताबिक सीटों के बंटवारे को लेकर मंथन जारी है। बताया जा रहा है कि घोसी जीत के बाद से समाजवादी पार्टी का गठबंधन पर दबाव पढ़ गया है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को को 50 सीट और कांग्रेस 20 से 25 सीट और आरएलडी के 5 सीटों पर लड़ने को  लेकर मंथन चल रहा है।

पार्टी सूत्रों की मानें तो 2019 लोकसभा चुनाव में कन्नौज, चंदौली, बलिया, फिरोजाबाद, बदायूं, कौशांबी, में बहुत कम अंतर से पार्टी को हार मिली थी ऐसे में पार्टी की नजरे उन सीटों पर ज्याद फोकस करने का विचार कर रही है। बाकी मोहनलालगंज, सुल्तानपुर, इटावा, कन्नौज, बांदा, कौशांबी, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, बस्ती, संतकबीरनगर,बलिया, जौनपुर, मछलीशहर, चंदौली, भदोही, रावटसगंज,एटा, हरदोई, मिश्रिख, सीतापुर, खीरी, हाथरस,आंवला, बरेली, प्रतापगढ़, अकबरपुर, जालौन, बाराबंकी, बहराइच, गोंडा, डुमरियागंज, बांसगांव, लालगंज, घोसी, सलेमपुर और गाज़ीपुर सीटों पर सपा का फोकस कर रही है।

गौरतलब कि भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन, जिसे आमतौर पर इसके संक्षिप्त नाम I.N.D.I.A. से जाना जाता है, 2024 के लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 26 पार्टियों के नेताओं द्वारा घोषित एक विपक्षी मोर्चा है। नाम बेंगलुरु में एक बैठक के दौरान प्रस्तावित किया गया था और 26 भाग लेने वाले दलों द्वारा सर्वसम्मति से अपनाया गया था। जबकि कुछ स्रोत नाम के सुझाव का श्रेय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के नेता राहुल गांधी को देते हैं, अन्य कहते हैं कि इसका सुझाव तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया था। यह गठबंधन वर्तमान सत्तारूढ़ नरेंद्र मोदी की भाजपा नीत एनडीए को हराने के उद्देश्य से किया गया है।

 

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