Edited By Pooja Gill,Updated: 03 Jan, 2025 11:48 AM
Ghazipur News: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से मरदह थाना क्षेत्र से एंटी करप्शन टीम ने एक लेखपाल को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। यह लेखपाल जमीन की पैमाइश के नाम पर रिश्वत मांग रहा था...
Ghazipur News: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से मरदह थाना क्षेत्र से एंटी करप्शन टीम ने एक लेखपाल को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। यह लेखपाल जमीन की पैमाइश के नाम पर रिश्वत मांग रहा था। पिपनार गांव निवासी चंद्रजीत यादव की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई करते हुए लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद लेखपाल को निर्दोष साबित करने के लिए कई लेखपाल कोतवाली पहुंच गए और धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन एंटी करप्शन मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। लेखपाल का एंटी करप्शन टीम के द्वारा पकड़े जाते समय लाइव वीडियो भी सामने आया है।
पकड़ने के लिए बनाया था प्लान
पकड़े गए लेखपाल की पहचान श्याम सुंदर के रूप में हुई है। वह कासिमाबाद तहसील में तैनात है। पिपनार थाना मरदह निवासी चंद्रजीत यादव के अनुसार, उसके नाली और चकमार्ग की पैमाइश करने के नाम पर कासिमाबाद तहसील के लेखपाल श्याम सुंदर निवासी बेलासी द्वारा 5 हजार रुपये घूस की मांग की गई थी। जिसकी शिकायत उसने एंटी करप्शन वाराणसी आफिस में की थी। इसके बाद एंटीकरप्शन की टीम ने जांच पड़ताल की और लेखपाल को रंगे हाथों दबोचने के लिए जाल बिछाया। प्लान के मुताबिक, शिकायतकर्ता को 5 हजार रुपये में केमिकल लगाकर दे दिए। इस दौरान गुरुवार को ओम इंटरनेशन स्कूल के पास तिराहे के समीप लेखपाल श्याम सुंदर शिकायकर्ता से 5 हजार रुपये की घूस लिया। जैसे ही लेखपाल ने घूस लिया वैसे ही पहले से छिपी एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ दबोच लिया। टीम ने लेखपाल को अपने वाहन में बैठाया और सीधे शहर कोतवाली लेकर पहुंची। यहां एंटी करप्शन की ओर से कागजी कार्रवाई पूरी की गई।
धरने पर बैठे कई लेखपाल
लेखपाल श्याम सुंदर की गिरफ्तारी से लेखपाल व ग्रामीण भड़क गए और सैकड़ों की संख्या में कोतवाली पहुंच गए। उनका कहना था कि लेखपाल ने पैसे नहीं लिए। उसे फर्जी तरीके से फंसाया जा रहा है। लेखपाल कोतवाली में धरने पर बैठ गए हैं और थानाध्यक्ष और एंटी करप्शन टीम मुर्दाबाद के नारे लगाए। उनका कहना है कि उसने न तो किसी से घूस मांगी और न ही किसी ले घूस ली है। धरने पर बैठे लेखापाल अपने साथी को छुड़ाने की हर कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सभी सरकारी कार्यक्रमों का बहिष्कार करने की बात कही है।