Edited By Imran,Updated: 25 Dec, 2024 04:38 PM
यूपी के बरेली जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पांच पुलिसकर्मियों को फर्जी तरीके से अटेंडेंस लगाने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के निर्देश पर की गई है। बता दें कि आरोपी 56 दिन तक...
बरेली : यूपी के बरेली जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पांच पुलिसकर्मियों को फर्जी तरीके से अटेंडेंस लगाने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के निर्देश पर की गई है। बता दें कि आरोपी 56 दिन तक फर्जी उपस्थिति दर्ज कर गैरकानूनी तरीके से छुट्टी लगाते रहे।
क्या है पूरा मामला
पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता का यह पूरा मामला बरेली के इज्जतनगर पुलिस स्टेशन का बताया जा रहा है। इज्जतनगर थाने में तैनात सिपाही रजत बलियान ने 2 अक्टूबर से 27 नवंबर तक की छुट्टी ली थी। रजत ने 56 दिन तक खुद को उपस्थित दिखाने के लिए 10,000 रुपये की रिश्वत दी थी। जिसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
फर्जी अटेंडेंस लगाने के आरोप में चार पुलिसकर्मी सस्पेंड
रजत बलियान के साथ-साथ मतगणना ऑफिस में तैनात चार अन्य पुलिसकर्मियों को भी उनकी मदद करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। इस लिस्ट में रचित कुमार, सतेंद्र सिंह, अर्पित पवार और पवन बंसल का नाम शामिल है। रजत बलियान की फर्जी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए इन पुलिसकर्मियों ने रिकॉर्ड में गलत जानकारी दर्ज करते हुए बलियान की फर्जी अटेंडेंस लगवा दी।
अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा - एसएसपी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य के मुताबिक, बलियान 56 दिन की छुट्टियों के दौरान मेरठ और मुजफ्फरनगर में मौजूद थे। इस मामले की जांच एसपी ट्रैफिक अखलाक खान को सौंप दी गई है। पुलिस विभाग में अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी। दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। एसएसपी का कहना है कि इस तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।