Edited By Ramkesh,Updated: 02 Oct, 2023 07:38 PM

जिले के रूद्रपुर क्षेत्र में जमीन के विवाद को लेकर सोमवार सुबह दो पक्षों के बीच हुए संघर्ष में एक ही परिवार के पांच सदस्यों समेत छह लोगों की हत्या कर दी गयी। इस मामले में पुलिस 14 लोगों को हिरासत में लिया है। घटना के बाद गांव में चप्पे-चप्पे पर...
देवरिया: जिले के रूद्रपुर क्षेत्र में जमीन के विवाद को लेकर सोमवार सुबह दो पक्षों के बीच हुए संघर्ष में एक ही परिवार के पांच सदस्यों समेत छह लोगों की हत्या कर दी गयी। इस मामले में पुलिस 14 लोगों को हिरासत में लिया है। घटना के बाद गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। कई थानों की फोर्स मौके पर मौजूद है साथ में 2 कंपनी पीएसी को भी लगाया गया है। शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने हर स्तर से तैयारी की है।

घटनास्थल पहुंचे प्रमुख सचिव और ADG
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर एडीजी जोन, कमिश्नर, डीएम-एसपी के अलावा यूपी के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार भी पहुंचे हैं। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। उधर, डीजीपी ने देवरिया एसपी से रिपोर्ट मांगी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख जताते हुए दोषियों को किसी भी कीमत पर ना बख्शने के सख्त निर्देश दिए हैं। वहीं, विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा है।

एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव में आज सुबह करीब छह बजे जमीन के विवाद को लेकर सत्य प्रकाश दुबे (54), उसकी पत्नी किरण (52), बेटी सलोनी (18) और नंदिनी (10) तथा बेटे गांधी (15) की हत्या कर दी गयी। उन्होंने बताया कि इससे पहले आज ही सुबह जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव (50) की सत्य प्रकाश दुबे के पक्ष के लोगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। उसके बाद हुए संघर्ष में दुबे और उसके परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि यादव के समर्थकों ने दुबे के घर पर हमला कर दिया, जिसमें दुबे सहित पांच लोग मारे गए। देवरिया के जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमें सुबह लगभग आठ बजे सूचना मिली कि फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोले में एक वारदात हुई है। सूचना देने वाले ने बताया कि झड़प में एक पक्ष के एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और बाकी छह लोग पुलिस को बेसुध हालत में मिले थे। हमने उन्हें देवरिया मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने इनमें से पांच लोगों को मृत घोषित कर दिया।''

जमीनी विवाद में हत्या
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस घटना में सत्य प्रकाश दुबे का बेटा अनमोल जख्मी हो गया है। उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। सभी मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गये हैं। जिलाधिकारी ने बताया, ‘‘यह वारदात जमीन के पुराने विवाद से जुड़ी बताई जा रही है। इसमें सत्य प्रकाश दुबे के भाई साधु दुबे ने अपने हिस्से की पूरी जमीन प्रेम यादव को बेच दी थी और यादव का उस जमीन पर कब्जा था। यह मामला लगभग सात-आठ साल पहले निपट चुका था। घटना के बारे में हम लोग जांच पड़ताल कर रहे हैं।

भाजपा विधायक बोले- घटना से दुखी हूं मामले की जांच कराएंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, "जनपद देवरिया की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत दुःखद एवं निंदनीय है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। एडीजी/ कमिश्नर/आईजी को मौके पर पहुंचकर कठोरतम कार्यवाही तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।" मुख्यमंत्री ने इसी पोस्ट में लिखा, "इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।" देवरिया सदर से भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि वह इस वारदात से दुखी हैं और मामले की जांच कराएंगे।

प्रशासन की लापरवाही से घटी घटना: अखिलेश
त्रिपाठी ने कहा, "देवरिया के रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के फतेहपुर में हुई नृशंस घटना से मन आहत है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना है। इस तरह की घटना बिल्कुल अस्वीकार्य है।" उन्होंने कहा, "इसकी गहनता से जांच की जाएगी और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और राजस्व एवं पुलिस प्रशासन के लोगों की जवाबदेही भी तय की जाएगी।" पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा कि दो जातियों से जुड़े संवेदनशील मामले को देखते हुए गांव में बड़े पैमाने पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस वारदात की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए 'एक्स' पर कहा, "देवरिया की घटना शासन की विफलता और कहीं न कहीं प्रशासन की लापरवाही या संलिप्तता की वजह से घटित हुई है। काश मुख्यमंत्री जी के दुख प्रकट करने से लोगों का जीवन वापस आ जाता।" उन्होंने कहा, "एक उच्च स्तरीय जांच ही इस हत्याकांड की परतों के पीछे की परत उतार कर न्याय कर सकती है। ये जांच तत्काल हो।
इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला किया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ‘एक्स' पर अपने आधिकारिक अकाउंट से की गई एक पोस्ट में कहा, ''देवरिया के रुद्रपुर के जमीनी विवाद में छह लोगों की हत्या हुई है। प्रदेश की कानून-व्यवस्था इतनी बदहाल हो गयी है कि छोटे-मोटे विवाद में भी निर्भय होकर सरेआम छह लोगों की हत्या हो जाती है। न कोई कानून का भय, न ही सम्मान।" पार्टी ने इसी पोस्ट में आरोप लगाया, "योगी सरकार ने इस प्रदेश को ऐसे अपराधिस्तान में तब्दील किया है कि घर में बैठी महिलाएं तो क्या बच्चे, जवान और बुजुर्ग भी सुरक्षित नहीं हैं।