Edited By Ramkesh,Updated: 28 Jun, 2025 08:23 PM

उत्तर प्रदेश सरकार ने तकनीकी शिक्षा को एक नयी दिशा देने की पहल करते हुए प्रदेश के पांच राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों के नाम देश के महापुरुषों और ऐतिहासिक व्यक्तित्वों के नाम पर रखे हैं। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी। यह निर्णय केवल एक औपचारिक...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने तकनीकी शिक्षा को एक नयी दिशा देने की पहल करते हुए प्रदेश के पांच राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों के नाम देश के महापुरुषों और ऐतिहासिक व्यक्तित्वों के नाम पर रखे हैं। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी। यह निर्णय केवल एक औपचारिक नामकरण नहीं, बल्कि एक सामाजिक, सांस्कृतिक और नैतिक उद्देश्य से प्रेरित बड़ा कदम है। इसका उद्देश्य इंजीनियरिंग शिक्षा को सिर्फ तकनीकी दक्षता तक सीमित न रखते हुए छात्रों को सामाजिक चेतना, न्याय, समरसता और प्रेरणा से भी जोड़ना है। बयान के मुताबिक राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, प्रतापगढ़ अब भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, प्रतापगढ़ कहलायेगा।
राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, मिर्जापुर अब सम्राट अशोक राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, मिर्जापुर के नाम से जाना जायेगा। राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, बस्ती का नाम अब भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, बस्ती होगा। इसी तरह राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, गोण्डा अब मां पाटेश्वरी देवी राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, गोण्डा होगा और राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, मैनपुरी अब लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, मैनपुरी के नाम से जाना जायेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लिया गया यह निर्णय राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की स्वीकृति के बाद अब औपचारिक रूप से लागू हो गया है। प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने इस पहल को ‘नयी पीढ़ी को मूल्यों से जोड़ने वाली ऐतिहासिक पहल' बताते हुए कहा कि इससे विद्यार्थियों को तकनीकी विशेषज्ञता के साथ सामाजिक नेतृत्व की भी प्रेरणा मिलेगी।