Edited By Anil Kapoor,Updated: 07 Mar, 2023 11:21 AM

पिछले 6 वर्षों में जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की बागडोर संभाली है, तब से लेकर अब तक लगभग 178 सूचीबद्ध अपराधियों को पुलिस एनकाउंटर (Police Encounter ) में मार गिराया गया है। जिनमें से अधिकांश की...
लखनऊ: पिछले 6 वर्षों में जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की बागडोर संभाली है, तब से लेकर अब तक लगभग 178 सूचीबद्ध अपराधियों को पुलिस एनकाउंटर (Police Encounter ) में मार गिराया गया है। जिनमें से अधिकांश की गिरफ्तारी (Arrested) पर 75,000 रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक का नकद इनाम था। उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) के मुताबिक, पिछले 6 सालों में राज्य में कम से कम हर 13वें दिन एक सूचीबद्ध अपराधी पुलिस मुठभेड़ (Police Encounter) में मारा गया है। पुलिस ने 20 मार्च 2017 और 6 मार्च 2023 के बीच मुठभेड़ों के दौरान 23,069 अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 4,911 घायल (Injured) हुए थे।
एसटीएफ, कमिश्नरेट और जिलों की पुलिस भी गैंगस्टरों के खिलाफ चला रही है अभियान
सूत्रों के मुताबिक, एडीजी, कानून और व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने कहा कि आग के आदान-प्रदान के दौरान, 15 से अधिक पुलिसकर्मियों ने भी अपनी जान गंवाई, जबकि अन्य 1,424 को गोली लगी। उन्होंने कहा कि अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत, यूपी पुलिस द्वारा 2017 से अपराधियों, गिरोह के सरगनाओं और माफियाओं को निशाना बनाने का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि न केवल स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) बल्कि कमिश्नरेट और जिलों की पुलिस भी गैंगस्टरों के खिलाफ अभियान चला रही है।

सबसे ज्यादा अपराधी वाराणसी में मारे गए, जबिक ज्यादा गिरफ्तारियां मेरठ में हुईं
कुमार ने कहा कि सबसे ज्यादा अपराधी वाराणसी जोन (19) में मारे गए, जबकि मेरठ जोन में सबसे ज्यादा 5,987 गिरफ्तारियां हुईं। कुमार ने कहा कि ऐसे सभी अपराधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जिन्होंने जानबूझकर पुलिस से उलझने की कोशिश की। उनके साथ गंभीरता से निपटा जाएगा। यूपी पुलिस ने जानबूझकर पुलिस पर हमला करने वाले सभी माफियाओं और अपराधियों को करारा जवाब दिया है।

एनकाउंटर में सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का किया गया पालन: एडीजी प्रशांत कुमार
एडीजी ने यह भी कहा कि यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का पालन किया और 2017 के बाद से पुलिस द्वारा किया गया एक भी एनकाउंटर सुप्रीम कोर्ट के दायरे में नहीं आया है। उन्होंने यह भी बताया कि दो अपराधियों पर पांच-पांच लाख रुपए, चार पर ढाई-ढाई लाख रुपए, दो पर दो-दो लाख रुपए, छह पर एक लाख पांच लाख और 27 पर एक लाख रुपए के नकद इनाम के साथ कई अन्य अपराधी हैं। 75,000 रुपए के इनामी बदमाश को पिछले 6 साल में पुलिस ने मार गिराया है।

इस साल अब तक की पुलिस मुठभेड़ों में 9 अपराधियों का हो चुका है सफाया
एडीजी ने कहा कि पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट भी लगाया, अपराधियों की संपत्ति जब्त की और जबरन वसूली का रैकेट चलाने वाले 50,000 से अधिक अपराधियों पर गुंडा एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें खत्म कर दिया। यूपी पुलिस के डोजियर के मुताबिक, 2017 में 28, 2018 में 41, 2019 में 34, 2020 और 2021 में 26-26, जबकि 2022 में 14 अपराधियों का सफाया किया गया। इस साल अब तक की पुलिस मुठभेड़ में 9 का सफाया हो चुका है।