Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 07 Oct, 2019 11:32 AM
छोटे बच्चे अक्सर मां-बाप के साथ किसी ना किसी बात को लेकर जिद्द करते हैं, लेकिन कभी कभार बच्चों की जिद्द जब पूरी ना हो तो इसके खौफनाक परिणाम भी देखने को मिलते हैं। इसकी ताजा उदहारण कानपुर में देखने को मि...
कानपुरः छोटे बच्चे अक्सर मां-बाप के साथ किसी ना किसी बात को लेकर जिद्द करते हैं, लेकिन कभी कभार बच्चों की जिद्द जब पूरी ना हो तो इसके खौफनाक परिणाम भी देखने को मिलते हैं। इसकी ताजा उदहारण कानपुर में देखने को मिला है। जहां एक 10 साल के मासूम ने सिर्फ इसलिए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसकी मां उसे अपने साथ मंदिर ले जाने से मना कर दिया।
जानिए क्या है मामला?
मामला देहात के पुखरायां कृष्णानगर मंडी इलाके का है। यहां के निवासी यश सचान का बेटा प्रियांशु कक्षा-5 में पढ़ता था। रविवार देर शाम मां शिल्पी दुर्गा अष्टमी पर पूजा करने मंदिर जा रही थी। प्रियांशु ने भी चलने की जिद की। मां के मना करने पर उसने 10 रुपए मांगे तो शिल्पी ने वापस आकर पैसे देने की बात कही। उधर, घर पर दादी कपड़े सिल रही थीं।
10 साल के मासूम ने लगाई फांसी
जिद्द ना पुरी होने पर मासूम को इतना गुस्सा आया कि उसने अंगोछे से अपना गला कसा और हाथों से खींच लिया। शिल्पी मंदिर से लौटी तो प्रियांशु बेसुध फर्श पर पड़ा था। उसने शोर मचाया तो आसपास के लोग भागकर आए और बच्चे को सीएचसी ले गए। वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस कर रही जांच
जिसके बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। किसी को इस घटना पर विश्वास नहीं हो रहा था कि 10 साल का बच्चा ऐसा कर सकता है। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मासूम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है।