Edited By Imran,Updated: 30 Jan, 2023 04:18 PM

प्रदेश में रामचरितमानस के पन्नों की प्रतियां जलाने के मामले में पीजीआई पुलिस ने रविवार देर रात स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने सोमवार सुबह पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश...
लखनऊ: प्रदेश में रामचरितमानस के पन्नों की प्रतियां जलाने के मामले में पीजीआई पुलिस ने रविवार देर रात स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं इस मामले में पुलिस ने सोमवार सुबह पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश में दबिश दे रही है।
शिकायत मिलने के बाद दर्ज की गई थी प्राथमिकी
जानकारी के मुताबिक, स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) राजेश राणा ने कहा कि उन्हें भाजपा सदस्य सतनाम सिंह लवी से शिकायत मिली थी, जिसके आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उन्होंने कहा, "रामचरितमानस के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां और सार्वजनिक रूप से इसके पन्नों को जलाने से समाज में दरार पैदा हो सकती है और सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है। आरोपी ने सोशल मीडिया पर पवित्र पुस्तक के खिलाफ बात की और इस तरह हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई।"
आरोपियों के खिलाफ इस धारा के तहत दर्ज किया गया है मामला
थानाध्यक्ष ने बताया कि सतनाम सिंह ने अपनी प्राथमिकी में नामजद आरोपियों के नाम यशपाल सिंह लोधी, देवेंद्र यादव, महेंद्र प्रताप यादव, नरेश सिंह, एसएस यादव, सुजीत, संतोष वर्मा और सलीम हैं। इन सभी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए (दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (धार्मिक भावनाओं को भड़काना), 505 (आक्रोश भड़काने के लिए) और 298 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) और आईटी अधिनियम की धारा 66 के तहत मामला दर्ज किया गया है।