अयोध्या हनुमानगढ़ी में राहुल गांधी ने टेका माथा, पुजारी ने दिया प्रधानमंत्री बनने का आर्शीवाद

Edited By ,Updated: 09 Sep, 2016 02:23 PM

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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन किए। वर्ष 1992 में विवादित ढांचा विध्वंस के बाद अयोध्या की यात्रा करने वाले वाले...

फैजाबाद: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन किए। वर्ष 1992 में विवादित ढांचा विध्वंस के बाद अयोध्या की यात्रा करने वाले वाले नेहरू-गांधी परिवार के वह पहले सदस्य हैं। उत्तर प्रदेश में अपनी किसान यात्रा के चौथे दिन राहुल ने हनुमानगढ़ी में दर्शन से पहले महन्त ज्ञानदास से मुलाकात की। 
 
पुजारी ने दिया प्रधानमंत्री बनने का आर्शीवाद 
राहुल जब मंदिर में पूजा कर रहे थे तब उनके साथ मौजूद लोगों ने पुजारी महन्त ज्ञानदास से कहा कि वह राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने का आर्शीवाद दें। यह सुनकर पुजारी ने राहुल गांधी के सिर पर हाथ रखकर उन्हें ‘विजयी भव’ आर्शीवाद दिया 
 
नेहरू-गांधी परिवार के पहले सदस्य बने राहुल 
राहुल नेहरू-गांधी परिवार के ऐसे पहले सदस्य हैं, जिन्होंने 6 दिसम्बर 1992 को बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद अयोध्या की यात्रा की है। ऐसे में राहुल की हनुमानगढ़ी की यात्रा राजनीतिक लिहाज से भी महत्व रखती है। हनुमानगढ़ी मंदिर अयोध्या के विवादित स्थल से लगभग एक किलोमीटर दूर है। राहुल उस शिलान्यास स्थल से भी दूर रहे जहां वर्ष 1989 में राम मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखी गई थी। इलाके के पुराने बाशिंदे बताते हैं कि करीब 26 साल पहले राहुल के पिता दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने वर्ष 1990 में अपनी ‘सद्भावना यात्रा’ के दौरान हनुमानगढ़ी मंदिर जाने का कार्यक्रम बनाया था लेकिन वक्त की कमी की वजह से वह वहां नहीं जा सके थे। 
 
तब मात्र 20 साल के थे राहुल 
राजीव गांधी की 21 मई 1991 को हत्या कर दी गई थी। उस वक्त राहुल 20 साल के थे। राजनीतिक पर्यवेक्षक राहुल की अयोध्या की यह यात्रा कांग्रेस के एजेंडे में हिन्दुत्व की हल्की छुअन देख रहे हैं। सियासी बिसात पर राहुल के हर कदम को होशियारी से बढ़ा रहे चुनावी रणनीतिकार प्रशान्त किशोर की मंत्रणा से कांग्रेस ब्राह्मण-केन्द्रित रणनीति के साथ सामने आती दिख रही है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की पिछले महीने हुई वाराणसी की यात्रा के भी निहितार्थ निकाले गए। उस दौरान तबीयत खराब होने के बावजूद वह काशी विश्वनाथ मंदिर भी गई थीं। सोनिया भी वर्ष 1992 से अयोध्या नहीं गई। वह चुनाव अभियान के तहत फैजाबाद गई थीं।
 
दर्शन के बाद रोड शो के लिए लौटे
हनुमानगढ़ी की यात्रा के बाद राहुल अपने रोड शो की तैयारी के लिए सर्किट हाउस लौट आए। राहुल अम्बेडकर नगर में किछौछा शरीफ की दरगाह भी जाएंगे। माना जा रहा है कि संतुलन बनाए रखने के लिए उनकी यात्रा तय की गई है। करीब 27 साल से प्रदेश की सत्ता से दूर कांग्रेस को सूबे में फिर से सियासी ताकत बनाने की योजना तैयार करने वाले प्रशान्त किशोर का मानना है कि कांग्रेस को मुस्लिम, ब्राह्मण तथा अन्य पिछड़ा वर्गों के बाहुल्य वाले इलाकों में विधानसभा का चुनाव जीतना चाहिए।

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