Edited By Diksha kanojia,Updated: 04 Dec, 2021 01:31 PM

रावत ने अल्मोड़ा जिले के खूंट में जनसभा को संबोधति करते हुए महंगाई को लेकर केन्द्र व राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जनता ने भाजपा को जब वर्ष 2014 में सत्ता सौंपी तो गैस सिलेंडर 400 रुपए का था जो आज 1000 रुपए से अधिक का है। उन्होंने...
नैनीतालः कांग्रेस पार्टी के नेता एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भारत रत्न गोविन्द बल्लभ पंत की जन्म स्थली खूंट से शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा और मतदाताओं से कांग्रेस को पूर्ण बहुमत की सरकार दिलाने की बात कही।
रावत ने अल्मोड़ा जिले के खूंट में जनसभा को संबोधति करते हुए महंगाई को लेकर केन्द्र व राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जनता ने भाजपा को जब वर्ष 2014 में सत्ता सौंपी तो गैस सिलेंडर 400 रुपए का था जो आज 1000 रुपये से अधिक का है। उन्होंने कहा कि वहीं पेट्रोल-डीजल व खाद्य तेलों में भी आग लगी है। जरूरतमंद चीजों के साथ ही दाल व सभी खाद्य पदार्थ महंगे हो गए हैं। भाजपा सरकार में महंगाई नये कीर्तिमान बनाये हैं। मोदी सरकार देश के कुछ पूजीपतियों के साथ है और इसलिये आम आदमी के घर पर महंगाई का डाका डाला जा रहा है। उन्होंने अपनी सरकार की तुलना करते हुए कहा कि जब उन्होंने 2017 में सत्ता छोड़ी तब प्रदेश में बेरोजगारी दर डेढ़ प्रतिशत थी, वहीं आज उत्तराखंड बेरोजगारी में सबसे आगे है।
भाजपा सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में में युवाओं के बारे में कुछ योजना नहीं बनाई है। उन्होंने वादा किया कि कांग्रेस सत्ता में आई तो सभी सरकारी विभागों में खाली पदों को पहले साल ही भर दिए जाएंगे जिससे युवाओं को रोजगार मुहैया हो सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में 18 तरह की पेंशन देने और उसमें वृद्धि करने का काम उनकी सरकार ने किया है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार ने जिन पेंशन को बंद किया है, सरकार सत्ता में आते ही उन्हें पुन: चालू करेगी।
रावत ने जनता से कांग्रेस को पूर्ण बहुमत देने की अपील भी की। उन्होंने वर्ष 2017 की याद दिलाते हुए कहा कि भाजपा विधायकों की खरीद फरोख्त कर सरकार गिराने में माहिर है। इसलिए कांग्रेस को पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने का मौका दें। जनसभा को विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल और पार्टी के नेता प्रदीप टमटा ने भी संबोधित किया। इस दौरान पार्टी में कुछ अंदरूनी गुटबाजी भी दिखी और नेताओं के समर्थक अपने नेताओं के नारे लगाते देखे गये। इससे श्री रावत कुछ असहज दिखे और समर्थकों से शांत रहने को कहा।