Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 03 Oct, 2019 06:02 PM
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित विधानमंडल के विशेष सत्र में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार सूबे के सतत विकास के ल...
लखनऊः राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित विधानमंडल के विशेष सत्र में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार सूबे के सतत विकास के लिये कटिबद्ध है और राज्य को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को पूरा करने के हरसंभव प्रयास किये जायेंगे। योगी ने विधान परिषद में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच को सामने रखकर उनकी सरकार ने विकास के हर कार्य को अंजाम तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है और मात्र ढाई वर्ष के कार्यकाल में राज्य को प्रगति के मार्ग पर ले जाने का बड़ा प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि राज्य की 23 करोड़ जनता को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिये 2015 में संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा घोषित सतत् विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये सदन में इस सार्थक बहस को आगे बढाया। जब विकास के लक्ष्यों की बात होती है तो उन पांच फाईव-पी की बात करनी चाहिये, जिन लक्ष्यों को लेकर संस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को यूएन ने 2015 में तय किये थे। यह फाईव-पी पीपुल,प्रॉसपेरेटी, पीस, पाटर्नरशिप और प्लानेट अर्थात लोग, सम्पन्नता,-शांन्ति, साझेदारी और धरती माता यानी पृथ्वी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी को भी विकास से वंचित नहीं किया जा सकता है। हमने विकास के 17 बिंदुओं के 169 लक्ष्य निर्धारित किए हैं। वास्तव में सतत् विकास का लक्ष्य एक साहसिक और एक सार्वभौमिक समझौता है,जो पूरी दुनिया से गरीबी तथा भुखमरी को सदैव के लिये समाप्त करने के लिये, गुणवत्तापरक शिक्षा,उत्तम स्वास्थ्य सुविधा,जैव विविधता एवं पर्यावरणीय सुरक्षा के साथ-साथ ही हम विकास के इन सभी लक्ष्यों को प्राप्त कर सके जो सबके लिये एक समान, एक न्यायपूर्ण और सुरक्षित विश्व की परिकल्पना को साकार कर सकें।