Edited By Pooja Gill,Updated: 16 May, 2023 03:23 PM
उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जबरदस्त जीत हासिल कर मुख्य विरोधी दल समाजवादी पार्टी को करारी हार दी है। चुनाव में हार के बाद सपा अब हार की समीक्षा करने और बीजेपी को हार का जिम्मेदार बताने में लगी है। इसी के मद्देनजर सपा...
लखनऊः उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जबरदस्त जीत हासिल कर मुख्य विरोधी दल समाजवादी पार्टी को करारी हार दी है। चुनाव में हार के बाद सपा अब हार की समीक्षा करने और बीजेपी को हार का जिम्मेदार बताने में लगी है। इसी के मद्देनजर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर वोट कटवा पार्टियों को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया है। अखिलेश का कहना है कि, बीजेपी कही खुद चुनावी मैदान में उतरी है तो कही दूसरे दलों को आगे कर देती है। इशारों-इशारों में ऐसे अखिलेश ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए है।
बता दें कि, निकाय चुनाव में हार के बाद सपा ने हार की समीक्षा करनी शुरू कर दी। जिसके बाद जगह-जगह से प्रत्याशी चयन और प्रमुख नेताओं के गढ़ से मिली हार की भी समीक्षा की जा रही है। वहीं, पश्चिमी यूपी के कई जिलों में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के उभार से सपा की चिंता साफ दिख रही है। 3 नगर पालिका अध्यक्ष और 2 नगर पंचायत प्रमुख के पद पर कब्जा जमा कर ओवैसी की पार्टी ने उत्तर प्रदेश की सियासत में बड़ा खेल किया है। एआईएमआईएम ने निकाय चुनाव में नगर निगम पार्षद की 19, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष की 3, नगर पालिका परिषद सदस्य की 33, नगर पंचायत अध्यक्ष की 2 और नगर पंचायत सदस्य की 23 सीटों पर जीत दर्ज की। एआईएमआईएम की ओर से मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण पर अखिलेश यादव की चिंता स्वाभाविक है। मुसलमान-यादव सपा के कोर वोट बैंक माने जाते हैं और इनसे वोट हासिल करने के लिए सपा ने खूब मेहनत की थी।
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निकाय चुनाव में हार के बाद अब अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां शुरू कर दी है। इसी के मद्देनजर अखिलेश ने कहा है कि, दूसरे दलों को सोचना पड़ेगा कि किसके साथ रहने से लोकतंत्र बचेगा और किसके साथ रहने से नहीं बचेगा। वोट प्रतिशत के हिसाब में जुटे अखिलेश यादव सपा समर्थकों का मनोबल बढ़ाने वाली बात तलाश करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना है कि बुनियादी मुद्दे जस की तस हैं। ऐसे में बीजेपी को जनता सबक सिखाने से नहीं चूकेगी। नगर निकाय चुनाव के नतीजों को आधार बनाकर मिशन 24 का ताना बना अभी से बुना जाने लगा है। इसी के साथ अखिलेश ने दावा किया है कि, हार के बावजूद नगर निकाय चुनाव में सपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है और लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर बीजेपी को सपा सबक सिखाएंगी।