Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 24 Apr, 2023 02:14 PM
यूपी निकाय चुनाव के करीब आते ही नेताओं के दल बदलने का दौर भी शुरू हो गया है। इसी कड़ी में शाहजहांपुर से समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी रहीं अर्चना वर्मा ने ऐन वक्त भारतीय जनता पार्टी का दामन ...
लखनऊ: यूपी निकाय चुनाव के करीब आते ही नेताओं के दल बदलने का दौर भी शुरू हो गया है। इसी कड़ी में शाहजहांपुर से समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी रहीं अर्चना वर्मा ने ऐन वक्त भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। अर्चना के इस कदम से पूरी समाजवादी पार्टी चौंकी हुई दिखाई दी। इस पर भड़के अखिलेश यादव ने भाजपा पर करारा पलटवार किया है।
अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करनेवालों का दिवालियापन देखिए कि उनके पास चुनाव लड़ाने के लिए प्रत्याशी तक नहीं है। इसका मतलब या तो भाजपा के पास कोई कार्यकर्ता नहीं है या फिर भाजपा में अपने कार्यकर्ताओं को टिकट न देकर अपमान करने की परंपरा है। भाजपा अंदरूनी लड़ाई में उलझी है। बता दें कि शाहजहांपुर से समाजवादी पार्टी ने अर्चना वर्मा को मेयर प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन, भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी को ही तोड़ लिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल कराकर शाहजहांपुर से मेयर का उम्मीदवार बना दिया।
अखिलेश यादव के कहा कि इस ट्वीट का मकसद यही है कि शाहजहांपुर से उन्होंने अपनी पार्टी से पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा की बहू अर्चना वर्मा को मेयर का टिकट दिया था। पार्टी से सिंबल भी दे दिया गया था. लेकिन, नामांकन के ठीक एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी ने इस प्रत्याशी को तोड़कर भाजपा में मिला लिया। इतना ही नहीं देर रात जब प्रत्याशियों की सूची जारी की तो भाजपा ने शाहजहांपुर से अर्चना वर्मा को प्रत्याशी बना दिया। इससे नाराज अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर अपने ही कार्यकर्ताओं के अपमान का आरोप लगाया।