Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 21 Nov, 2019 02:03 PM
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बैठक कर अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का मन बनाया है। इस पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने कहा हम पुनर्विचार याचिका दाखिल न करने के फैसले पर कायम हैं।...
लखनऊः ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बैठक कर अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का मन बनाया है। इस पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने कहा हम पुनर्विचार याचिका दाखिल न करने के फैसले पर कायम हैं। उधर, सुन्नी बोर्ड के एक सदस्य अब्दुल रज्जाक ने जुफर फारुकी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है।
इस पूरे मसले पर शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी का कहना है कि दरअसल ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी हमेशा सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड पर दबाव बनाते रहे हैं। रिजवी का कहना है कि अयोध्या मामले में भी सुन्नी वक़्फ बोर्ड पर जबरदस्ती दबाव बनाया जा रहा है।
इतना ही नहीं वसीम रिजवी का कहना है कि अयोध्या मामले में भी सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड पर ज़बरदस्ती दबाव बनाया जा रहा है। रिजवी ने कहा कि दरअसल मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड दो गुटों में बंटा नज़र आ रहा है। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि जो सदस्य AIMPLB के खिलाफ हैं, वो अपनी आवाज बुलंद करें और AIMPLB से इस्तीफा दें। नहीं तो उसके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएं।
वहीं सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड और इस मामले में मुख्य पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी कहा है कि वे इस मामले में रिव्यू पिटीशन दाखिल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष के पांच पक्षकार हैं। कोई क्या कह रहा है, इससे हमें कोई लेना-देना नहीं है। हम रिव्यू याचिका दाखिल नहीं कर रहे हैं। अब इसका कोई मतलब नहीं है, जब फैसला वही रहेगा। इससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ेगा।