Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 28 May, 2020 04:40 PM
पाकिस्तान से आया टिड्डियों का डल किसानों की फसल के लिए काल बन गया है। पड़ोसी देश से आए इन टिड्डियों के तीन दल हैं जो बारी-बारी से हमला कर फसलों को चट कर जा रहे हैं। इसी क्रम में जब उत्तर प्रदेश के झांसी में मध्य प्रदेश के इंदरगढ़ से होते हुए करोड़ों...
झांसीः पाकिस्तान से आया टिड्डियों का डल किसानों की फसल के लिए काल बन गया है। पड़ोसी देश से आए इन टिड्डियों के तीन दल हैं जो बारी-बारी से हमला कर फसलों को चट कर जा रहे हैं। इसी क्रम में जब उत्तर प्रदेश के झांसी में मध्य प्रदेश के इंदरगढ़ से होते हुए करोड़ों कीटों ने अचानक मोंठ इलाके के कई गांवों में हमला बोला। हालांकि, इससे निपटने के लिए प्रशासनिक अमला और ग्रामीण पहले से ही तैयार थे। उन्होंने अनोखे तरीके से उन्हें भगाया।
बता दें कि टिड्डी दल जनपद की सीमा में दाखिल हुआ। मोंठ इलाके के शाहजहांपुर सीमा के कंडोर, बमरौली स्टेट और इसके बाद बेलमा, बसोबई , पचोबई, खिल्ली, मड़ोरा, महुआखेरा, अमरौख, एरच, बहादुरपुर, दतावली बसौना, अंग्थारी, जरहा खुर्द, भुजोंद आदि गांवों तक ये पहुंचे। हालांकि, इससे निपटने के लिए ग्रामीणों ने पहले से ही इंतजाम कर लिए गए थे। यह अनोखे प्रयास थे जिससे टिड्डियों का दल फसलों को नुकसान न पहुंचा सके। इनको भगाने के लिए डीजे, साउंड ढोल, नगाड़े, ट्रैक्टर के साइलेंसर आदि का इस्तेमाल किया गया। प्रशासनिक मशीनरी के साथ -साथ ग्रामीण भी तैयार थे।
तहसीलदार डॉ लालकृष्ण शाहजहांपुर मार्ग पर भांडेर शाहजहांपुर की सीमा पर खड़े होकर टिड्डियों के दल को भगाने के लिए काम किया। उनके साथ सैकड़ों किसान, राजस्व विभाग के कर्मचारी, फायर ब्रिगेड की गाड़ी, ट्रैक्टर, ढोल, नगाड़े, डीजे आदि तैयार रहे। इस दरम्यान सीओ मोंठ डाँ. अभिषेक कुमार राहुल, थानाध्यक्ष समथर, कृषि विभाग के कर्मचारी व लेखपाल मौजूद रहे।