Edited By Mamta Yadav,Updated: 27 Feb, 2023 01:01 AM

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के 150 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) के उन्नयन के लिए राज्य के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग और टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (TTL) ने समझौता पत्र (letter of agreement) पर हस्ताक्षर किए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के 150 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) के उन्नयन के लिए राज्य के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग और टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (TTL) ने समझौता पत्र (letter of agreement) पर हस्ताक्षर किए।

प्रथम चरण में प्रदेश के 150 सरकारी आईटीआई का उन्नयन
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी मौजूदगी में किए गए इस समझौते पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश का व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग आज नए युग में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज टीटीएल के साथ समझौते से प्रदेश के युवाओं को तकनीकी दृष्टि से उन्नत और सक्षम बनाने के लिए राज्य में ही मंच उपलब्ध हो रहा है। एमओए के तहत टीटीएल की सहभागिता से प्रथम चरण में प्रदेश के 150 सरकारी आईटीआई का उन्नयन किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में युवाओं के लिए एक अभिनव अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके तहत इन आईटीआई में मूलभूत अवसंरचना, प्रयोगशाला तथा उपकरण उपलब्ध कराने के साथ ही, टीटीएल के प्रशिक्षकों एवं प्राविधिक शिक्षा के प्रशिक्षकों को नए युग के पाठ्यक्रमों के साथ जोड़ा जाएगा। इससे प्रतिवर्ष 35 हजार युवाओं को प्रशिक्षित करते हुए उन्हें टीटीएल से जुड़ी सहभागी कम्पनियों में ‘ऑन जॉब ट्रेनिंग तथा अप्रेटिंसशिप स्कीम’ से जोड़ा जाएगा। आदित्यनाथ ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश में युवाओं के लिए एक अभिनव अवसर है। ज्ञातव्य है कि टाटा समूह की सहभागिता से क्रियान्वित की जाने वाली इस परियोजना की कुल लागत लगभग 5,472 करोड़ रुपये है। इसमें राज्य सरकार का अंश 1,190 करोड़ रुपये तथा टीटीएल का अंश 4,282 करोड़ रुपये अनुमानित है।