Edited By Imran,Updated: 23 May, 2023 03:32 PM

जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी का बजरंग दल को बैन करने वाली बयान के बाद एक और बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बड़ा बयान दिया। एक न्यूज चैनल से बातचीत में मदनी ने कहा कि मोदी मेरे मुल्क के...
UP Politics News: जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी का बजरंग दल को बैन करने वाली बयान के बाद एक और बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बड़ा बयान दिया। एक न्यूज चैनल से बातचीत में मदनी ने कहा कि मोदी मेरे मुल्क के प्रधानमंत्री हैं। मेरी उनसे कोई दुश्मनी नहीं है। वे अगर मुझे 10 बार मिलने के लिए बुलाएंगे तो मैं 10 बार जाऊंगा। अगले लोकसभा चुनाव में मुसलमान बीजेपी के साथ जाएगा पर बीजेपी को अपनी पॉलिसी बदलनी चाहिए।
बता दें कि बजरंग दल पर बैन को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष सैयद अरशद मदनी ने बीते रवीवार को कांग्रेस पर हमला बोला । उन्होंने बजरंग दल को सांप्रदायिक बताया। मदनी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपनी घोषणा पत्र में बजरंग दल को बंद करने की बात कही थी। अगर उन्होंने यह फैसला 70 साल पहले लिया होता तो मुल्क बर्बाद न होता। मौलाना ने कहा कि कांग्रेस में भी कुछ सांप्रदायिक ताकतें थीं, जिन्होंने देश का बड़ा नुकसान किया।
गांधी परिवार में केवल भाई बहन ही आगे बढ़ रहे हैं- मदनी
मदनी ने कहा कि शोर मच रहा था कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में इसे दाखिल कर गलती की। उन्होंने तंज कसते हुए कांग्रेस में गांधी परिवार में केवल भाई बहन ही आगे बढ़ रहे है। मदनी ने कहा कि राहुल गांधी ने कनार्टक चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि हम सांप्रदायिक ताकतों पर बैन लाएंगे। ये राहुल की बहुत बड़ी गलती है। जो कांग्रेस को 70 साल पहले करना चाहिए था उसकी कांग्रेस आज बात कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर ऐसा करती तो आज देश में उनका सम्मान होता जिन्होंने मुल्क में भाईचारे और हर इंसान को आगे बढ़ने का मौका दिया।
बता दें कि कनार्टक चुनाव के दौरान कांग्रेस वादा किया था कि जब हमारी पार्टी की सरकार बनेगी तो सांप्रदायिक संगठनों पर बैन ला दिया जाएगा। हालांकि कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत की सरकार कर्नाटक में बना ली है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बन चुकी है। सियासी गलियारों में सबसे ज्यादा निगाहें कांग्रेस के घोषणा पत्र में पीएफआई और बजरंग दल जैसे संगठनों पर कड़ी कार्यवाही और सख्ती करने के वादे पर लगी हुई हैं। कांग्रेस पार्टी सूत्रों की मानें तो पहली ही कैबिनेट में बजरंग दल पर कड़ी सख्ती करने की तैयारी सरकार कर रही है।