Edited By Mamta Yadav,Updated: 26 Sep, 2024 01:22 AM
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान पिछले दस सालों में अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ चुकी है।
Lucknow News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान पिछले दस सालों में अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ चुकी है। अखिलेश यादव ने बुधवार को जारी बयान में कहा है कि भाजपा सरकार की आर्थिक नीतियों के चलते महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है। नौजवान, किसान, मजदूर संकट में है। भाजपा की दस साल की सरकार में अमीर गरीब के बीच खाईं बहुत बढ़ गयी है। इस सरकार में जहां चंद पूंजीपतियों की सम्पत्ति बढत़ी जा रही है वहीं मध्यम वर्ग और गरीब मुश्किल में है। युवाओं के सामने नौकरी, रोजगार का संकट है। जिन युवाओं को नौकरी मिल भी गई है, वे बेहद तनाव और दबाव में करने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा है कि भाजपा सरकार की नाकाम आर्थिक नीतियों के कारण कंपनियों का काम-कारोबार इतना घट गया है कि वे अपना व्यवसाय और व्यापार को बचाने के लिए कर्मचारियों से कई गुना काम करवाती हैं। इसके चलते कर्मचारियों को मानसिक और शारीरिक समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है। काम के दबाव और तनाव के मामले में निजी क्षेत्रों में नौकरियों से लेकर सरकारी नौकरी हर जगह एक 'सा माहौल है। लोग नौकरी को विवशतावश कर रहे हैं।
सपा अध्यक्ष ने कहा है कि देश में नौकरी पेशा लोगों को भाजपा से कोई उम्मीद नहीं रह गई, क्योंकि भाजपा उन पूंजीपतियों के पैसों से ही फली-फूली है, जो कर्मचारियों का शोषण करके अपने मुनाफा को बेतहाशा बढ़ाते हैं। उस मुनाफाखोरी का हिस्सा भाजपा के साथ बांटते हैं। भाजपा सरकार में कर्मचारियों की स्थिति दयनीय होती जा रही है। किसान, नौजवान और मजदूर तो इस सरकार से पहले से ही पीड़ित और दुखी है। भाजपा सरकार से हर वर्ग निराश और परेशान है। भाजपा ने किसानों, नौजवानों, मजदूरों, कर्मचारियों सभी को झूठे सपने दिखाएं, वादे किए, लेकिन पूरा नहीं किया।