Edited By Ramkesh,Updated: 10 Feb, 2025 02:17 PM

अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव मिली हार से नाराज सपा कार्यकर्ताओं का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल, पार्टी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चुनाव आयोग और प्रशासन की मिलीभगत की वजह से मिल्कीपुर में पार्टी को हार का सामना करना...
लखनऊ: अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव मिली हार से नाराज सपा कार्यकर्ताओं का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल, पार्टी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चुनाव आयोग और प्रशासन की मिलीभगत की वजह से मिल्कीपुर में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। इसे लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने राजधानी लखनऊ में सपा दफ्तर के बाहर चुनाव आयोग का पुतला फूंका! इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग के खिलाफ नारेबाजी भी की।

आप को बता दें कि मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में धांधली के आरोप लगाते हुए शुक्रवार को समाजवादी पार्टी ने वाराणसी में चुनाव आयोग के प्रतीकात्मक ‘पिंडदान’ का आयोजन किया। पिंडदान करने के बाद गंगा में पिंड का विसर्जन भी किया। सपा के लोहिया वाहिनी कार्यकर्ताओं ने इकट्ठा होकर चुनाव आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने बीजेपी पर चुनाव में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा समर्थकों को वोट डालने से रोका गया और फर्जी वोटिंग कराई गई। प्रदर्शनकारियों ने विधि-विधान से चुनाव आयोग का पिंडदान किया और इसे ‘लोकतंत्र की मौत’ करार बताया था।
गौरतलब है कि मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की शानदार जीत हुई है। जून 2024 में समाजवादी पार्टी (सपा) से फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा सीट पर मिली शर्मनाक हार के आठ महीने के भीतर ही उसने (भाजपा ने) जमीनी स्तर पर मजबूत कैडर प्रबंधन और चतुराईपूर्ण प्रचार अभियान के साथ चुनावी समीकरण को अपने पक्ष में कर लिया। और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को बुरी तरह से हरा दिया। हालांकि सपा कार्यकर्ताओं का दावा है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने मतदान केंद्रों पर कब्जा किया और जबरन फर्जी वोट डलवाए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन ने बीजेपी के पक्ष में काम किया और सपा समर्थकों को डराने-धमकाने का प्रयास किया। जिस वजह से पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। फिलहाल इन सभी आरोप को बीजेपी ने खारिज कर दिया।