Edited By Ajay kumar,Updated: 06 Nov, 2022 01:45 PM

उत्तर प्रदेश में किसानों के शोषण का आरोप लगाकर समाजवादी पार्टी ने सत्तारूढ़ बीजेपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है। सपा ने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि भाजपा सरकार में डीएपी के लिए यूपी के अन्नदाता तरस रहे हैं।
लखनऊः उत्तर प्रदेश में किसानों के शोषण का आरोप लगाकर समाजवादी पार्टी ने सत्तारूढ़ बीजेपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है। सपा ने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि भाजपा सरकार में डीएपी के लिए यूपी के अन्नदाता तरस रहे हैं। प्रदेशभर में खाद की किल्लत के कारण किसान परेशान है। सपा ने योगी यादित्यनाथ सरकार पर हमलावर होते हुए किसानों के प्रति बेपरवाह होने का आरोप लगाया है। कहा कि किसानों से झूठे वादे करने वाली भाजपा सरकार ने उन्हें सिर्फ धोखा दिया है। शर्मनाक! अन्नदाताओं का शोषण बंद करो नाकारा सरकार।
भाजपा सरकार में हर विभाग भ्रष्टाचार में डूबा
एक अन्य ट्वीट में समाजवादी पार्टी ने कहा, भाजपा सरकार में हर विभाग भ्रष्टाचार में डूबा! पावन नगरी अयोध्या में सावन झूला मेले में सफाई कार्य कराने वाली कंपनी द्वारा कार्य के एवज में लगाए गए बिल के लिए सीएमओ कार्यालय के अकाउंटेंट ने 5,20,000 रुपए मांगी घूस। बेहद शर्मनाक! घूस किसके कहने पर मांगी गई? खुलासा करे सरकार।
भाजपा सरकार ने किसानों के उत्पीड़न के सभी रिकार्ड तोड़ दिए
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को किसानों के मसले पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा था। अखिलेश ने कहा था कि भाजपा सरकार ने किसानों के उत्पीड़न के सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पूंजी घरानों और मिल मालिकों के कहने पर किसानों का शोषण हो रहा है। आवाज उठाने पर किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं।
सरकार ने वाहवाही के लिए किसानों से धान खरीद का ऐलान तो कर दिया पर...
अखिलेश ने बयान जारी कर कहा था कि भाजपा सरकार ने अपनी वाहवाही के लिए किसानों से धान खरीद का ऐलान तो कर दिया पर अभी तक क्रय केंद्रों की व्यवस्था भी नहीं हो पाई है। कई जगहों पर तो क्रय केंद्रों पर ताले लगे हुए हैं। कहीं-कहीं किसानों को ऐसे ही टरका दिया जा रहा है। धान खरीद में भ्रष्टाचार की शिकायतें शुरुआत से ही आने लगी हैं। सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा किसानों की नहीं बल्कि बड़ी कंपनियों का हित साधती है। सरकारी क्रय केंद्रों की अव्यवस्थाओं के चलते कई कंपनियां औने पौने दाम पर धान की खरीद करने में लग जाएंगी। गेहूं खरीद में यह सब सामने आ चुका है। बड़ी कंपनियों की सरकार से मिली भगत के चलते प्रदेश का किसान परेशान है।