Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 09 Feb, 2024 11:31 AM
लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को लेकर चर्चाएं तेज हैं। माना जा रहा है कि सीट शेयरिंग से नाराज जयंत बीजेपी के नेतृत्व वाले एन...
लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को लेकर चर्चाएं तेज हैं। माना जा रहा है कि सीट शेयरिंग से नाराज जयंत बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। इन अटकलों पर समाजवादी पार्टी की तरफ से बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने राष्ट्रीय लोकदल के एनडीए में शामिल होने अटकलों पर कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन कहां जा रहा है उससे, FINAL होने दो देखते हैं। जनता बड़ी है। चुनाव के समय कोई आता और जाता है तो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
रामगोपाल यादव ने आगे कहा कि जयंत चौधरी का वोट पहले ही भाजपा में जा चुका है। ये चुनाव आने वाला है और जनता ही तय करती है कि कौन नेता है कौन नहीं है। चुनाव के वक्त जो आता-जाता है वो कोई मायने नहीं रखता है। नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि उनका चरित्र ही भागने वाला रहा है और हो सकता है कि वो फिर वापस आ जाएं।
इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा कि जयंत सुलझे हुए और पढ़े लिखे नेता हैं। मुझे उम्मीद है कि वह किसानों की लड़ाई को कमजोर नहीं करेंगे। सपा नेता ने कहा कि जयंत चौधरी जी बहुत सुलझे हुए और पढ़े लिखे इंसान हैं। राजनीति को वो समझते हैं। मुझे उम्मीद है कि किसानों की लड़ाई और उत्तर प्रदेश की खुशहाली को लेकर जो संघर्ष चल रहा है उसे वो कमजोर नहीं होने देंगे।
बता दें कि मुजफ्फरनगर सीट को लेकर सपा और आरएलडी के गठबंधन में खींचतान मच गई थी। समाजवादी पार्टी चाहती है कि हरेंद्र मलिक को वहां से चुनाव लड़ाया जाए। सपा के हरेंद्र मलिक आरएलडी के टिकट पर लड़े। जबकि आरएलडी के कई स्थानीय नेता इसके विरोध में है और नहीं चाहते की हरेंद्र मलिक को मुजफ्फरनगर की सीट दी जाए। गौरतलब है कि करीब पखवाड़े भर पहले जयंत चौधरी और अखिलेश यादव की लखनऊ में हुई मुलाकात के बाद दोनों के बीच सात सीटों पर डील हो गई थी।