Edited By Imran,Updated: 17 Apr, 2024 08:04 PM

मुजफ्फरनगर संसदीय क्षेत्र के खेड़ा में आयोजित ‘राजपूत महापंचायत' में निर्णय लिया गया कि इस समुदाय के लोग मुजफ्फरनगर, कैराना और सहारनपुर लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवारों का बहिष्कार करेंगे। किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और इलाके के...
मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर संसदीय क्षेत्र के खेड़ा में आयोजित ‘राजपूत महापंचायत' में निर्णय लिया गया कि इस समुदाय के लोग मुजफ्फरनगर, कैराना और सहारनपुर लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवारों का बहिष्कार करेंगे। किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और इलाके के प्रमुख राजपूत नेता ठाकुर पूरन सिंह ने मंगलवार को यह ‘महापंचायत' बुलाई थी।
इसमें मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र में रहने वाले चौबीस राजपूत बिरादरी के साथ-साथ आसपास के जिलों से भी आये अन्य राजपूत उपसमुदायों के लोग भी शामिल हुए। पूरन सिंह ने कहा,‘‘यह बहिष्कार भाजपा द्वारा टिकट वितरण में राजपूत समुदाय की उपेक्षा करके उनका अपमान करने के विरोध में किया जा रहा है।'' सिंह ने कहा, ‘‘इन इलाकों में राजपूत समुदाय के लोग भाजपा उम्मीदवार को वोट नहीं देंगे बल्कि उनकी जगह दूसरी पार्टियों के किसी और मजबूत दावेदार को चुनेंगे।'' मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट के लिए पहले चरण के तहत आगामी 19 अप्रैल को मतदान होगा।
भाजपा ने मुजफ्फरनगर से संजीव बालियान और कैराना लोकसभा सीट से प्रदीप चौधरी को मैदान में उतारा है। बालियान और चौधरी दोनों ही जाट समुदाय से आते हैं एवं मौजूदा सांसद हैं। सहारनपुर में भाजपा ने राघव लखनपाल शर्मा को मैदान में उतारा है। महापंचायत में दावा किया गया कि इसमें लिए गए फैसले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के पतन का कारण बनेंगे।