Edited By Umakant yadav,Updated: 22 Sep, 2020 07:27 PM
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा है कि फिल्म उद्योग को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से जो अपेक्षाएं थीं उन पर खरा उतरने में इस राज्य से कहीं ना कहीं कोई चूक हो रही थी। नोएडा
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा है कि फिल्म उद्योग को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से जो अपेक्षाएं थीं उन पर खरा उतरने में इस राज्य से कहीं ना कहीं कोई चूक हो रही थी। नोएडा में प्रस्तावित अत्याधुनिक फिल्म सिटी के जरिए इसे सुधारा जाएगा।
गौतमबुद्ध नगर जिले में प्रस्तावित फिल्म सिटी को लेकर मंगलवार को ‘फिल्म बंधु' के पदाधिकारियों और अनेक फिल्मी हस्तियों के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म उद्योग को उत्तर प्रदेश से जो अपेक्षाएं हैं उन्हें पूरा करने में यह राज्य कहीं ना कहीं चूक कर रहा था। उन्होंने कहा कि नोएडा में प्रस्तावित अत्याधुनिक फिल्म सिटी के जरिए उस चूक को सुधारा जाएगा। यह फिल्म सिटी दुनिया के लिए एक मिसाल बनेगी। योगी ने कहा कि फिल्म सिटी के निर्माण के लिए जो क्षेत्र प्रस्तावित किया गया है वह राजा भरत के हस्तिनापुर के आसपास का इलाका है।
यह फिल्म सिटी भारत की पहचान का प्रतीक बनेगी। फिल्म सिटी में विश्व स्तरीय सुविधाओं की स्थापना की जाएगी इसे सर्वोत्कृष्ट ‘डेडिकेटेड इंफोटेनमेंट जोन' के रूप में विकसित करने की कोशिश होगी। आने वाला समय ओटीटी और मीडिया स्ट्रीमिंग का है। इसके लिए फिल्म सिटी में उच्च क्षमता वाले विश्व स्तरीय डाटा सेंटर की स्थापना भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि नोएडा फिल्म सिटी को अगले 50 साल की जरूरतों के हिसाब से बनाया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे सेक्टर-21 में लगभग 1,000 एकड़ भूमि पर इसका विकास होगा। इसमें 220 एकड़ वित्तीय गतिविधियों के लिए आरक्षित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ फिल्म सिटी तक ही सीमित नहीं रहेगी बल्कि हम वहां विश्व स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक सिटी देने जा रहे हैं और फाइनेशियल सिटी भी प्रस्तावित करने जा रहे हैं, जहां से हर प्रकार की आर्थिक एवं वित्तीय गतिविधियों का संचालन किया जा सके। योगी ने कहा कि भारतीय सिनेमा ने न सिर्फ भारत के अंदर बल्कि देशों तक देश की संस्कृति और सभ्यता को पहुंचाया है। उन्होंने फिल्मकारों को उत्तर प्रदेश में आकर फिल्में बनाने का न्योता देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के पास सबसे बेहतर कनेक्टिविटी (संपर्क)है। जेवर इलाके में 5000 एकड़ में हवाई अड्डा बन रहा है। इसके साथ-साथ हमने मूलभूत ढांचे पर भी खासा ध्यान दिया है।