Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 19 May, 2020 06:40 PM
उत्तर प्रदेश में प्रवासी श्रमिक मजदूरों को बस से उनके घर तक पहुंचाने को लेकर प्रियंका गांधी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लेटर वार अभी खत्म नहीं हुआ। वहीं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने प्रियंका गांधी वाड्रा और उनकी कांग्रेस...
लखनऊः उत्तर प्रदेश में प्रवासी श्रमिक मजदूरों को बस से उनके घर तक पहुंचाने को लेकर प्रियंका गांधी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लेटर वार अभी खत्म नहीं हुआ। वहीं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने प्रियंका गांधी वाड्रा और उनकी कांग्रेस पार्टी पर मजदूरों के साथ क्रूर मजाक करने का आरोप लगाया है।
डॉ. शर्मा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि केवल सियासत करने के लिए कांग्रेस ने यूपी सरकार से कहा कि वह अपनी बसें लगाकर सहयोग करना चाहती है। जब राज्य सरकार ने उनकी बसों से प्रवासी श्रमिकों को ले जाने की अनुमति दे दी, तब बसों के नाम पर स्कूटर, ऑटो रिक्शा, एम्बुलेंस और माल वाहक वाहनों की सूची भेज दी । इतना ही नहीं कांग्रेस की भेजी गई सूची में बड़ी संख्या में ऐसी भी गाड़ियां भी हैं, जो पहले से ब्लैक लिस्टेड हैं। उन्होंने कहा कि प्रियंका वाड्रा और उनकी कांग्रेस पार्टी ने महामारी की मार झेल रहे कामगारों के साथ क्रूर मज़ाक किया है। इसके लिए कांग्रेस नेतृत्व को देश से माफ़ी मांगनी चाहिए। कांग्रेस दल अपने आचरण से इस महामारी में भी बाज़ नहीं आया।
राज्य परिवहन निगम की 12000 बसें दिन-रात श्रमिकों की सेवा में दौड़ रहीं हैं । बसें अब तक छह लाख मजदूरों को उनके घर तक पहुंचा चुकी हैं। सरकार 900 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 10 लाख से अधिक श्रमिकों को सुरक्षित व सम्मानजनक तरीके से घर वापस ला चुकी हैं।इतना ही नहीं, हर जिलाधिकारी को 200 बसें दी गईं हैं। ऐसे वक़्त पर जब राज्य सरकार पूरी ईमानदारी व समर्पण के साथ श्रमिकों की सेवा कर रही है। निशुल्क यात्रा के साथ सबके रहने, भोजन व भरण-पोषण की व्यवस्था कर रही है। उस स्थिति में प्रियंका वाड्रा व उनकी कांग्रेस पार्टी ने शासकीय कार्यों में व्यवधान उत्पन्न किया है । यह अत्यंत शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजस्थान, पंजाब और महाराष्ट्र की राज्य सरकारें यूपी, बिहार और झारखंड के लोगों को तो बसें दे नहीं पा रहे हैं। वहां से लोग पैदल चले आ रहे हैं। वहां इनकी सरकारों ने मज़दूरों को भेजने का कोई भी इंतज़ाम नहीं किया।