Edited By Ramkesh,Updated: 01 Jan, 2025 01:06 PM
साल 2024 को पीछे छोड़ते हुए नए साल 2025 का आगाज हो गया है। रात में जैसे ही घड़ी में 12 बजे लोग जश्न में डूब गए। कई जगहों पर जबरदस्त आतिशबाजी की गई। कश्मीर से लेकर कन्याकुमार तक 2024 की विदाई और 2025 के स्वागत में लोगों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी...
प्रयागराज: साल 2024 को पीछे छोड़ते हुए नए साल 2025 का आगाज हो गया है। रात में जैसे ही घड़ी में 12 बजे लोग जश्न में डूब गए। कई जगहों पर जबरदस्त आतिशबाजी की गई। कश्मीर से लेकर कन्याकुमार तक 2024 की विदाई और 2025 के स्वागत में लोगों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी कड़ी में धर्म की नगरी प्रयागराज में लोगों ने संगम में स्नान के बाद मंदिर में पूजा अर्चना की, उसके बाद लोगों ने विश्व कल्याण की कामना के साथ नए काम की शुरुआत की।
आप को बता दें कि महाकुंभ मेला 2025 का 13 जनवरी से शुरू होगा इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। यह मेला 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा। इसे लेकर सीएम योगी ने मंगलवार को दौरा किया। महाकुंभ मेला में मुख्य स्नान पर्व पर कोई प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा और इस अवसर पर पूज्य संतों और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जाएगी। प्रयागराज में महाकुंभ के दृष्टिगत समीक्षा बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेला लगभग आकार ले चुका है और 7,000 से अधिक संस्थाएं यहां आ चुकी हैं। डेढ़ लाख से अधिक टेंट की व्यवस्था मेला प्राधिकरण की ओर से की गई है।
देश-दुनिया से लोग प्रयागराज महाकुंभ में आने के लिए उत्सुक हैं। 144 वर्ष के बाद महाकुंभ का यह मुहूर्त आ रहा है और इसके लिए हर प्रकार की व्यवस्थाएं भाजपा सरकार द्वारा यहां युद्धस्तर पर की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने प्रयागवासियों से आतिथ्य सेवा के साथ ही महाकुंभ के दौरान स्वच्छता का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करने की अपील करते हुए कहा कि स्वच्छता और आतिथ्य सेवा का जो उदाहरण उन्होंने 2019 के कुंभ में प्रस्तुत किया, उससे अच्छा अवसर इस बार उनके सामने आ रहा है। योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में प्रत्येक तीर्थयात्री और पर्यटक की सुरक्षा और सुविधा को शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए कहा, “महाकुंभ में कोई भारतीय हो या विदेशी, प्रवासी भारतीय हो या प्रयागराजवासी, बिना भेदभाव सबकी सुरक्षा-सबकी सुविधा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है।”
मुख्यमंत्री ने अगले तीन दिनों में अरैल क्षेत्र में नया स्नान घाट तैयार करने के निर्देश दिए और महाकुंभ के लिए चलाई जाने वाली करीब 550 शटल बसों को पांच जनवरी से चलाने का भी निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने प्रयागराज दौरे पर मां गंगा का अभिषेक और पूजन किया। उन्होंने बड़े हनुमान जी का भी दर्शन-पूजन किया। इससे पूर्व उन्होंने नैनी के अरैल में बायो सीएनजी संयंत्र का उद्घाटन किया।