Edited By Ramkesh,Updated: 31 Dec, 2024 07:24 PM
21 दिसंबर को जनसेवा केंद्र में हुई लूट के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है, अब एक बदमाश ने सोशल मीडिया पर अपनी Video जारी करके बताया कि जनसेवा केंद्र में हुई लूट में गल्ले में सिर्फ 6900 रुपए मिले थे,
सहारनपुर: 21 दिसंबर को जनसेवा केंद्र में हुई लूट के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है, अब एक बदमाश ने सोशल मीडिया पर अपनी Video जारी करके बताया कि जनसेवा केंद्र में हुई लूट में गल्ले में सिर्फ 6900 रुपए मिले थे, जबकि सहारनपुर पुलिस अब तक 3 बदमाशों को जेल भेजकर 27670 रुपए बरामद भी कर चुकी है, निर्दोष युवक के साथ लूट की वारदात को लेकर फर्जी मुठभेड़ करने का सहारनपुर पुलिस पर लगा बड़ा आरोप, लूट की घटना में शामिल बदमाश ने सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर किया पूरी लूट की घटना का किया खुलासा, सहारनपुर पुलिस पर अब बड़े सवाल उठ रहे हैं,
सहारनपुर के कस्बा अंबेहटा के जनसेवा केंद्र पर हुई लूट मामले में पुलिस की मुठभेड़ पर बड़े सवाल उठ रहे है, दरअसल लूट में शामिल एक लुटेरे का सोशल मीडिया पर वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वह पूरी पुलिस मुठभेड़ को पूर्णरूप से फर्जी हुई है ऐसा दावा कर रहा है, वीडियो में मौजूद अपराधी ने बताया कि जनसेवा केंद्र से डेढ़ लाख रुपये नहीं लूटे गए थे, गल्ले में सिर्फ 6700 रुपये ही थे, इनमें 700 रुपये के सिक्के और 6200 रुपये के नोट निकले थे,
दरअसल, 21 दिसंबर को अंबेहटा कस्बे के जनसेवा केंद्र पर यह लूट हुई थी, गांव खैरसाल निवासी विन्नी नागर के फेसबुक पेज पर वीडियो अपलोड की गई है जिसमें खुद को जनसेवा केंद्र में हुई लूट में शामिल होना भी बदमाश के द्वारा स्वीकार किया जा रहा है, वीडियो में शातिर लुटेरा दावा कर रहा है कि घटना में 6 लुटेरे शामिल थे जिनमें से चार लुटेरे जनसेवा केंद्र में गए थे, जबकि दो बाहर बाइक पर खड़े थे, नकदी और तीन मोबाइल लूटे गए थे, मोबाइल रास्ते में ही फेंक दिए थे, उसका दावा है कि पुलिस ने लूट मामले में खैरसाल गांव के ही निखिल और इस्तखार को गलत फंसाया है, जबकि निखिल तो वारदात में शामिल भी नहीं था और न ही उसे घटना के बारे में उसे पता था, हम उससे उसके दोस्त की बाइक मांगकर लाए थे, घटना में तीन युवक गांव खैरसाल के थे, जबकि तीन बाहर के थे जो सावेज के साथ आए थे उसका यह भी दावा है कि निखिल मजदूरी करता है और आज तक किसी भी मुकदमे में वांछित भी नहीं है, फर्जी मुठभेड़ में उसे गिरफ्तार किया गया है,
पूरे मामले में एसपी देहात ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें विनेश नगर उर्फ़ बिन्नी नामक एक अपराधी दिख रहा है, सहारनपुर पुलिस पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है, यह सभी लुटेरे हैं और लूट की इस बड़ी वारदात में शामिल थे, सहारनपुर पुलिस अभी तक पांच अपराधियों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है और बाकी फरार अपराधियों की तलाश में भी सहारनपुर पुलिस लगातार दबिश कर रही है, बहरहाल सबसे बड़ा सवाल यही है कि सहारनपुर पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ करी है या नहीं लेकिन अपने आप में फर्जी मुठभेड़ करने के इस आरोप पर सहारनपुर पुलिस पर बड़े सवाल खड़े हो रहे है।