कन्नौज मामले में नया खुलासा: पीड़िता की बुआ के नवाब सिंह से थे अवैध संबंध, 10 लाख के लालच में दिया दुष्कर्म में साथ

Edited By Pooja Gill,Updated: 22 Aug, 2024 10:00 AM

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Kannauj Scandal: उत्तर प्रदेश के कन्नौज में पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव द्वारा एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म किए जाने के मामले में पीड़िता की बुआ को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता की बुआ पर आरोप है कि वह नाबालिग लड़की को नवाब सिंह यादव के पास...

Kannauj Scandal: उत्तर प्रदेश के कन्नौज में पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव द्वारा एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म किए जाने के मामले में पीड़िता की बुआ को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता की बुआ पर आरोप है कि वह नाबालिग लड़की को नवाब सिंह यादव के पास लेकर गई थी। पुलिस ने बताया कि पुलिस के ‘स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप' (एसओजी) ने कन्नौज के तिर्वा क्षेत्र से पीड़िता की बुआ पूजा तोमर को गिरफ्तार किया है। घटना के बाद से ही पूजा तोमर फरार थी। पूछताछ के दौरान पीड़िता की बुआ ने बताया कि चिकित्सकीय जांच न कराने और बयान से पलटने के लिए नवाब सिंह यादव के भाई ने उसे धन का प्रलोभन दिया था।

10 लाख रुपये का दिया था लालच
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद  के मुताबिक, पीड़िता की बुआ पूजा तोमर ने यह भी बताया कि वह नवाब सिंह यादव को पिछले पांच-छह साल से जानती है और नवाब के साथ उसके अवैध संबंध भी रहे हैं। पीड़िता की बुआ के अनुसार, नवाब सिंह यादव ने ही उसे 11 अगस्त की रात अपने कॉलेज बुलाया था जहां उसकी भतीजी के साथ दुष्कर्म की घटना हुई। पीड़िता ने अपनी बुआ के मोबाइल फोन से पुलिस को इस घटना की सूचना दी थी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच यादव को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी बुआ ने बताया कि जब उनकी भतीजी का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा था, तो नवाब सिंह के छोटे भाई नीलू यादव ने मेडिकल न कराने और न्यायालय में बयान से पलटने पर 10 लाख रुपये देने का लालच दिया था।

बुआ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा  
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नवाब सिंह यादव का सहयोग करने के आरोप में पीड़िता की बुआ के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 61/2 और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। कोर्ट ने आरोपी बुआ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अभियोजन पक्ष के शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि बुआ के मामले में अगली सुनवाई तीन सितंबर को होगी। वहीं, मुख्य आरोपी नवाब सिंह यादव की रिमांड पर अगली सुनवाई 25 अगस्त को होगी, इसमें न्यायिक हिरासत को 14 दिन के लिए और बढ़ाया जा सकता है।

नवाब सिंह की संपत्तियों की हो रही जांच  
गौरतलब है कि नवाब सिंह यादव को अपने कॉलेज में एक नाबालिग लड़की से बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। लड़की की चिकित्सकीय जांच में उससे बलात्कार की पुष्टि हुई है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने यादव को समाजवादी पार्टी (सपा) का नेता बताते हुए सपा का घेराव किया था। बहरहाल, सपा ने इससे पल्ला झाड़ते हुए कहा था कि यादव पार्टी का नेता नहीं है। वहीं, उपजिलाधिकारी (सदर) राम के. सिंह ने बताया कि नायब तहसीलदार हिमांशु प्रभाकर, राजस्व निरीक्षक अरुण तिवारी, लेखपाल प्रिया पाल, विजय कांत शुक्ला, अमित मिश्रा, अभिषेक दुबे तथा सर्वे लेखपाल अमित राय को आरोपी नवाब सिंह यादव की संपत्ति की जांच की जिम्मेदारी दी गई है।  
 

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