Edited By Pooja Gill,Updated: 29 Oct, 2022 06:06 PM

मौलाना साएम मेहंदी एक बार फिर शिया मुसलमानों के प्रमुख संगठन माने जाने वाले ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। बोर्ड के वरिष्ठ पदाधिकारी मौलाना एजाज अतहर ने बताया कि शनिवार को बोर्ड...
लखनऊः मौलाना साएम मेहंदी एक बार फिर शिया मुसलमानों के प्रमुख संगठन माने जाने वाले ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। बोर्ड के वरिष्ठ पदाधिकारी मौलाना एजाज अतहर ने बताया कि शनिवार को बोर्ड कार्यकारिणी की एक अहम बैठक में मौलाना मेहंदी को लगातार दूसरी बार बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया। उन्होंने बताया कि बैठक में कई मसलों पर विचार-विमर्श भी किया गया।
बैठक के दौरान किया समान नागरिक संहिता का विरोध
बैठक के दौरान समान नागरिक संहिता का विरोध करते हुए कहा गया कि एक बहुभाषी और बहुसांस्कृतिक देश में ऐसा कोई भी कदम बिल्कुल भी सही नहीं होगा। मौलाना अतहर ने बताया कि बैठक में सऊदी अरब के 'जन्नतुल बकी' में पैगंबर मोहम्मद साहब की बेटी हजरत फातिमा की मजार खुले आसमान के नीचे होने का मामला भी उठाया । उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के क्रॉउन प्रिंस सलमान के सामने यह मुद्दा रखें, जिनके नवंबर के मध्य में भारत के दौरे पर आने की संभावना है।
मुल्क की आजादी में मदरसों का है अहम योगदान- बैठक में शामिल सदस्य
उन्होंने बताया कि बोर्ड कार्यकारिणी बैठक में मदरसों के हाल में संपन्न हुए सर्वेक्षण पर आपत्ति दर्ज कराई गई। बैठक में शामिल अन्य सदस्यों ने कहा कि मुल्क की आजादी में मदरसों का बहुत अहम योगदान है, लिहाजा उनका सर्वे कराना समझ से परे है। मौलाना अतहर ने बताया कि बैठक में मांग की गई कि अगर मदरसों का सर्वे किया जा सकता है तो सभी धार्मिक शिक्षण संस्थानों का सर्वे किया जाना चाहिए।