Edited By Pooja Gill,Updated: 02 Dec, 2024 03:18 PM
प्रयागराज: महाकुंभ मेला 2025 के दौरान प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए योगी सरकार कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। सरकार का उद्देश्य महाकुंभ मेले को श्रद्धालुओं के लिए सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना है...
प्रयागराज: महाकुंभ मेला 2025 के दौरान प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए योगी सरकार कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। सरकार का उद्देश्य महाकुंभ मेले को श्रद्धालुओं के लिए सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना है। इसी दिशा में एक अहम पहल की जा रही है, जिसमें ओला और उबर जैसी एप आधारित सेवाओं की तर्ज पर ऑनलाइन ई-रिक्शा और ई-ऑटो बुकिंग सेवा शुरू की जाएगी।
ई-रिक्शा और ई-ऑटो बुकिंग सेवा
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को शहर में लोकल परिवहन की बेहतर सुविधा देने के लिए कॉम्फी ई मोबिलिटी नामक स्टार्टअप ने एप आधारित ई-रिक्शा और ई-ऑटो बुकिंग सेवा शुरू करने का फैसला किया है। यह सेवा 15 दिसंबर 2024 से शुरू होगी, जब श्रद्धालु आसानी से इन इलेक्ट्रिक वाहनों को बुक कर सकेंगे। यह सेवा रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, हवाई अड्डे और प्रमुख होटलों से उपलब्ध होगी। इन ई-वाहनों के ड्राइवरों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके अलावा, पिंक टैक्सी सेवा का भी प्रावधान होगा, जिसमें महिलाएं चालक के रूप में होंगी। शुरुआत में 30-40 पिंक टैक्सी उपलब्ध होंगी। यह महिलाओं को सुरक्षित और सम्मानजनक परिवहन विकल्प प्रदान करेगा।
सुरक्षित और सस्ती राइड
इस सेवा का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि श्रद्धालुओं को मनमाने किराए वसूलने वाले पुराने रिक्शा चालकों से राहत मिलेगी। ई-रिक्शा और ई-ऑटो का किराया पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट होगा और यह प्रति किमी के हिसाब से निर्धारित किया जाएगा। इसके अलावा, सभी ई-वाहनों में जीपीएस सिस्टम इंस्टॉल किया जाएगा, जिससे इनकी ट्रैकिंग की जा सकेगी। हर ड्राइवर और वाहन का सत्यापन किया जाएगा ताकि कोई भी सुरक्षा से संबंधित समस्या न हो। यदि किसी भी प्रकार की असुविधा होती है, तो श्रद्धालु कॉल सेंटर पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
महाकुंभ के दौरान ड्राइवरों को विशेष प्रशिक्षण
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या करीब 45 करोड़ तक हो सकती है, जिसके लिए सरकार ने 7000 रोडवेज बसों, 550 शटल बसों और रेलवे से 1000 अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन करने की योजना बनाई है। इसी कड़ी में लोकल परिवहन के लिए ई-रिक्शा और ई-ऑटो की सुविधा दी जा रही है। सभी ड्राइवरों को अच्छे व्यवहार और सुरक्षित राइड देने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही, जिन श्रद्धालुओं को हिंदी या अंग्रेजी में कठिनाई हो सकती है, उनके लिए गूगल वॉयस असिस्टेंट की सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कदम
कॉम्फी ई मोबिलिटी के फाउंडर और डायरेक्टर मनु गुप्ता ने बताया कि यह पहल महाकुंभ के ग्रीन महाकुंभ की अवधारणा को भी बढ़ावा देती है। इस सेवा का उद्देश्य वायु प्रदूषण को कम करना और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना है। सभी ई-रिक्शा और ई-ऑटो पूरी तरह पर्यावरण-friendly होंगे।