Edited By Purnima Singh,Updated: 12 Jan, 2025 11:42 AM
प्रयागराज के महाकुंभ नगर में 13 अखाड़े बस चुके हैं। ऐसे में अखाड़े के साधु संत श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। इसी कड़ी में जूना अखाड़े के नागा विशिष्ट गिरी उर्फ रुद्राक्ष वाले बाबा आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। नागा विशिष्ट गिरी महाराज...
महाकुंभनगर (सयैद रज़ा) : प्रयागराज के महाकुंभ नगर में 13 अखाड़े बस चुके हैं। ऐसे में अखाड़े के साधु संत श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। इसी कड़ी में जूना अखाड़े के नागा विशिष्ट गिरी उर्फ रुद्राक्ष वाले बाबा आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। नागा विशिष्ट गिरी महाराज अपने शरीर में सवा लाख रुद्राक्ष के दानों को पहने हुए हैं। उनकी वेशभूषा भगवान शिव की तरह है। सिर पर रुद्राक्ष से सजा मुकुट हाथों में डमरु।
नागा विशिष्ट गिरी महाराज का कहना है कि वह 2010 में नागा बन चुके थे और जन कल्याण, देश में शांति को लेकर उन्होंने सवा लाख रुद्राक्ष को पहना हुआ है। नागा बाबा बताते हैं कि वह उत्तराखंड से आए हैं और 15 फरवरी तक वह जूना अखाड़े में रहेंगे। 15 फरवरी के बाद वापस उत्तराखंड चले जाएंगे। मीडिया से खास बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि उनका यह संकल्प तब तक जारी रहेगा जब तक पूर्ण रूप से विश्व में शांति नहीं स्थापित होगी।