Edited By Anil Kapoor,Updated: 17 Feb, 2023 03:17 PM

हिन्दू धर्म में भगवान शिव (Lord Shiva) की अलग ही महिमा है। ऐसी मान्यता है कि अगर आप पर भगवान् भोले की कृपा है तो आप पर कोई भी संकट नहीं आ सकता और इसीलिए भोले यानि शिव भक्त उन्हें प्रसन्न करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। वहीं शिव (Shiva) ने भी अपने....
मुरादाबाद(सागर रस्तौगी): हिन्दू धर्म में भगवान शिव (Lord Shiva) की अलग ही महिमा है। ऐसी मान्यता है कि अगर आप पर भगवान् भोले की कृपा है तो आप पर कोई भी संकट नहीं आ सकता और इसीलिए भोले यानि शिव भक्त उन्हें प्रसन्न करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। वहीं शिव (Shiva) ने भी अपने भक्तों (Devotees) को कभी निराश नहीं किया। ऐसी ही अनूठी आस्था का मंदिर (Temple) महानगर में नागफनी में 84 घंटा मंदिर भी है। प्राचीन कालीन इस मंदिर की मान्यता है कि यहां मांगी हुई मुराद जरुर पूरी होती है, तभी यहां करीब 100 साल पहले नेपाल नरेश ने भी अपनी मन्नत पूरी होने पर अष्ट धातु का घंटा चढ़ाया था। वहीं इस मंदिर में सावन और शिवरात्रि (Shivratri) पर कांवड़ चढ़ाने से भी पूण्य की प्राप्ति होती है, इसलिए बड़ी संख्या में शहर के साथ-साथ आस-पास के इलाके के शिवभक्त यहां कांवड़ चढ़ाने आते हैं।
लगभग 5 हजार साल पुराना है यह मंदिर
मिली जानकारी के अनुसार, 84 घंटा मंदिर के पुजारी विष्णु दत्त शर्मा ने बताया कि ये मंदिर लगभग 5 हजार साल पुराना है। बाद में विभिन्न लोगों ने इसका जीर्णोद्वार कराया। विष्णु दत्त शरमा के मुताबिक यहां जो कोई भी अपनी मन्नत मांगता है उसकी पूरी जरुर होती है। यही नहीं कई साल पहले एक मुस्लिम दम्पत्ति ने संतान की इच्छा जाहिर की थी और पूरी होने पर उसने भी यहां घंटा चढ़ाया जो आज भी इसकी मान्यता के लिए यहां मौजूद है। छोटे-बड़े सैकड़ों घंटे यहां मौजूद हैं। जो इसकी प्रसिद्धि के लिए काफी हैं।

शिवरात्रि और सावन में बढ़ जाती है इस मदिर की रौनक
आपको बता दें कि शिवरात्रि और सावन में इस मदिर की रौनक और बढ़ जाती है। यहां बड़ी संख्या में कांवड़ लेकर शिवभक्त पहुंचते हैं। इसी आस्था को देखते हुए इनकी सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के भी विशेष बंदोबस्त किए जाते हैं। यही नहीं इस मंदिर के साथ एक रहस्य और जुड़ा है कि अगर 84 सोमवार जिसने शिव की आरधना की उसकी मनमांगी मुराद पूरी हो जाती है। फिलहाल आस्था और विश्वास का ये केंद्र आज भी लोगों के ह्रदय में विशेष स्थान रखता है।