Edited By Imran,Updated: 16 Sep, 2024 05:15 PM
यूपी में जिस तरह से अपराधी अपराध को अंजाम देने के लिए नए नए तरीके अपना कर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। वैसे ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की पुलिस भी कुछ कम नहीं है वो भी हाईटेक तरीके से उनकी धरपकड़ कर रही है
कानपुर [प्रांजुल मिश्रा] : यूपी में जिस तरह से अपराधी अपराध को अंजाम देने के लिए नए नए तरीके अपना कर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। वैसे ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की पुलिस भी कुछ कम नहीं है वो भी हाईटेक तरीके से उनकी धरपकड़ कर रही है कानपुर में एडीसीपी से प्रमोशन पाकर डीसीपी साउथ की कुर्सी संभालते ही IPS अधिकारी अंकिता शर्मा ने अगले ही दिन प्रेस वार्ता कर हाईटेक तरीकों से बड़ी वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह का खुलासा किया। कानपुर कमिश्नरेट की किदवई नगर पुलिस कोे एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस की साउथ टीम ने एक हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। इस गिरोह के पास से पुलिस ने एक लूटी हुई कार भी बरामद की है।
डेटिंग ऐप के जरिए होती थी ठगी
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि यह गिरोह डेटिंग एप्स का इस्तेमाल करके लोगों को फांसता था। गैंग की महिला लोगों से डेटिंग ऐप के जरिए संपर्क स्थापित करती थी और फिर उन्हें मिलने के बहाने बुलाया जाता था। जब पीड़ित व्यक्ति मिलने के लिए आता था, तो गैंग के अन्य सदस्य उसे लूट लेते थे और फरार हो जाते थे।
पुलिस की सतर्कता से पकड़ा गया गिरोह
पुलिस की साउथ टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि शहर में एक हनी ट्रैप गैंग सक्रिय है, जो लोगों को ठगने का काम कर रहा है। इसके बाद पुलिस ने एक जाल बिछाया और गैंग के तीनों सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
डीसीपी साउथ ने दी जानकारी
डीसीपी साउथ अंकित शर्मा ने बताया किदवई नगर पुलिस टीम द्वारा हनी ट्रैप गैंग का खुलासा किया गया है जिसमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है नैंसी खान, संजोग जायसवाल और सौरभ दत्त जिसमें से सौरभ और नैंसी प्रयागराज के रहने वाले हैं संजोग जयसवाल कानपुर का रहने वाला है यह तीनों लोग एक गैंग के तहत काम करते थे। महिला नेंसी खान "गे ऐप" के माध्यम से पुरुषों से दोस्ती करती थी होटल जाते टाइम महिला कमरा देखकर आने की बात कहकर कार में बैठी रहती थी मौका देखकर लोगों की कार दोनों युवको के साथ लेकर फरार हो जाते थे और कार हैंडोवर करने के एवेज में फिरौती मांगी जाती थी इसी तरह का प्रकरण किदवई नगर पुलिस के संज्ञान में आया था जिस पर कार्य करते हुए किदवई नगर इंस्पेक्टर बहादुर सिंह और एसआई इंचार्ज प्रवास शर्मा व उनकी टीम द्वारा शिकंजा कसतेहुए ने जाल में फंसा कर उन्हें पकड़ा गया।