Lucknow: अंतर्राष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा, 12 साइबर ठगों को किया गिरफ्तार, 11 लैपटॉप और 17 फोन बरामद

Edited By Isha,Updated: 19 Oct, 2024 05:55 PM

international fake call center exposed

राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना अंतर्गत आज पीजीआई पुलिस टीम द्वारा 12 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया है, साइबर ठग विदेशी नागरिकों यूएसए, कनाडा के लोगों को सॉफ्टवेयर के माध्यम से एरर या बग देकर कस्टमर सिस्टम रुकावट पैदा करते थे और उसके बाद कस्टमर की...

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना अंतर्गत आज पीजीआई पुलिस टीम द्वारा 12 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया है, साइबर ठग विदेशी नागरिकों यूएसए, कनाडा के लोगों को सॉफ्टवेयर के माध्यम से एरर या बग देकर कस्टमर सिस्टम रुकावट पैदा करते थे और उसके बाद कस्टमर की स्क्रीन पर एरर शो करता था। तब विदेशी नागरिकों द्वारा उन नंबर पर कॉल कर लोगों से संपर्क कर उनके कंप्यूटर का एक्सेस  विवर एप्लीकेशन के माध्यम से सिस्टम पर एरर फिक्स करने का नाम पर उनके बैंक अकाउंट से क्रिप्टो करेंसी या गिफ्ट कार्ड के माध्यम से लाखों रुपए की प्रतिदिन हड़प कर रहे थे ,ठगी करने वाले लोग राजधानी लखनऊ क वृंदावन योजना स्थित एवरेस्ट एनक्लेव के टावर नंबर एक के फ्लैट में रुक कर घटना को अंजाम देते थे, जिसको लेकर पुलिस ने आज खुलासा किया है।

पुलिस उपायुक्त पूर्वी सर्विलांस टीम वह स्थानीय पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर चंदन उर्फ विक्की की उम्र करीब 40 वर्ष निवासी काकादेव, मोहन श्याम शर्मा निवासी जिला भरतपुर राजस्थान उम्र 24 वर्ष, उत्कर्ष गोल्ड स्मिथ निवासी ठाकुरगंज जनपद लखनऊ, नीरज निवासी जनपद बरेली, करण निवासी हजरतगंज लखनऊ, तरुण गुप्ता निवासी खलीलाबाद जनपद संत कबीर नगर,नीरज पांडे निवासी दिल्ली, सिद्धार्थ कश्यप निवासी कोतवाली नगर जनपद गोंडा, ऋतुराज गुप्ता निवासी त्रिवेणी नगर अलीगंज जनपद लखनऊ, सोमनाथ सिंह निवासी जनपद बहराइच ,विराट कुमार कोतवाली नगर जनपद चंदौली, राम जनक निवासी जनपद बस्ती, सभी अभियुक्त को पुलिस टीम द्वारा अलग-अलग ठिकानों से गिरफ्तार किया गया है जिनके खिलाफ विधि कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा खुलासा किया गया।

 आरोपियों के पास से बरामद सामान 
अभियुक्त के पास से पुलिस द्वारा 11 लैपटॉप, 7 लैपटॉप चार्जर, एक टैबलेट कंपनी सैमसंग, दो एयर फाइबर यूनिट ,दो राउटर ,5 हेडफोन ,दो माउस ,17 अलग-अलग कंपनी के फोन बरामद किया गया है।

ऐसे करते थे विदेशियों से ठगी 
बाइट डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि पीजीआई थाना क्षेत्र का अपार्टमेंट में कॉल सेंटर चल रहा है। इसके बाद सर्विलांस टीम और पीजीआई पुलिस टीम के द्वारा इसके बारे में पड़ताल किया गया तो कॉल सेंटर के बारे में जानकारी मिली ,जिसके बाद पुलिस टीम की मदद से कॉल सेंटर संचालित करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया गया ,और उनसे पूछताछ की गई तो बताया कि इनके द्वारा विदेशी नागरिकों को कॉल सेंटर के जरिए उनके लैपटॉप कंप्यूटर सिस्टम में सॉफ्टवेयर के माध्यम से पॉप, एरर बग देकर सिस्टम में रुकावट पैदा की जाती थी, जिसके बाद उनका स्क्रीन पर पॉप अप एरर शो करता था ,तब विदेशी कस्टमर कॉलिंग सॉफ्टवेयर एक लाइट पर कॉल कर हम लोगों से संपर्क करते थे .यदि बातचीत के दौरान कॉल डिस्कनेक्ट हो जाती थी, तब हम लोग आईबीएम सॉफ्टवेयर के माध्यम से विदेशी कस्टमर से पुन: संपर्क कर उनके कंप्यूटर एक्सेस कर अल्ट्रा विवर एप्लीकेशन के माध्यम से पॉप अप एरर और बैग हटा देते थे। इसके बाद विदेशी नागरिकों को दबाव डालकर वह बातों में फंसा कर गिफ्ट कार्ड ,क्रिप्टोकरंसी के माध्यम से फसाने का काम करते थे, और लाखों रुपए हड़पने का काम करते थे। 

इन गिफ्ट कार्ड की रिडीम करने के लिए अपने अन्य साथियों को टेलीग्राम के माध्यम से भेज देते थे , वही जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्त द्वारा बताया गया कि वह लोग गिफ्ट कार्ड को रीडीम कर पैसा प्राप्त कर उनके साथी आपस में पैसा बांट लेते थे, जिसको लेकर सभी कॉल सेंटर संचालित करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया गया है शेष जानकारी और भी जुटाए जा रही है ,जिससे साइबर फ्रॉड से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया जा सके। 

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