Edited By Mamta Yadav,Updated: 23 May, 2025 03:53 PM

उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों पर आरोप लगना कोई नई बात नहीं है। आए दिन प्रदेश भर से कोई न कोई खबर ऐसी सामने आती है जिसमें पुलिसकर्मियों पर खाकी का रौब दिखाकर जनता का उत्पीड़न करने की शिकायत सामने आती रहती है। एक ऐसा ही सनसनीखेज़ मामला सामने आया है...
Meerut News, (आदिल रहमान): उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों पर आरोप लगना कोई नई बात नहीं है। आए दिन प्रदेश भर से कोई न कोई खबर ऐसी सामने आती है जिसमें पुलिसकर्मियों पर खाकी का रौब दिखाकर जनता का उत्पीड़न करने की शिकायत सामने आती रहती है। एक ऐसा ही सनसनीखेज़ मामला सामने आया है मेरठ में जहां एक दारोगा पर एक चाय विक्रेता के ऊपर खौलता हुआ दूध डालकर जलाने का आरोप लगा है। जहां इस आरोप को लगाने वाला पीड़ित बदहवास हालत में न्याय की गुहार लगा रहा है। साथ ही पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस के द्वारा थाना क्षेत्र में अवैध काम कराया जा रहे हैं और उसके एवज़ में दरोगा के द्वारा वसूली भी जा रही है।
दरअसल, मेरठ के थाना रेलवे रोड क्षेत्र की केसरगंज पुलिस चौकी के इंचार्ज नेपाल सिंह पर थाना क्षेत्र के मकबरा अब्बू इलाके में जाकर शाहिद नाम के चाय विक्रेता पर खौलता हुआ दूध डालने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि दारोगा नेपाल सिंह अपने साथ पुलिसकर्मियों को लेकर शाहिद को गिरफ्तार करने के लिए पहुंचे थे और जब पीड़ित ने अपना किसी भी आपराधिक मामले से जुड़ाव होने से इनकार करते हुए अपनी गिरफ्तारी का विरोध किया तो गुस्साए दारोगा ने पीड़ित चाय की दुकान चलाने वाले शाहिद पर खौलता हुआ दूध डाल दिया जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। आरोप है कि इस दौरान जब पीड़ित चिल्लाया तो आसपास भीड़ इकट्ठा हो गई और भीड़ को देखकर दारोगा और पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गए। वहीं मौके पर मौजूद लोग पीड़ित को इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां पीड़ित और उसके परिजनों ने दारोगा पर क्षेत्र में सट्टेबाजी समेत अवैध काम करने की एवज़ में वसूली करने का आरोप लगाया है।
वहीं इस मामले पर एसएसपी मेरठ डॉक्टर विपिन ताडा का कहना है कि दारोगा पर खौलता हुआ दूध डालने का आरोप लगाने वाले व्यक्ति पर पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं और पुलिस उसका सत्यापन करने के लिए उसके पास गई थी। जहां उसके द्वारा दारोगा पर खौलता हुआ दूध डालकर जलाने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में एसएसपी के आदेश पर एसपी सिटी को जांच सौंपी गई है और जांच में जो भी तथ्य निकल कर आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।