Edited By Imran,Updated: 25 Feb, 2023 04:31 PM

यूपी विधानसभा के बजट सत्र के 6वें दिन सदन का माहौल गर्म रहा। जैसे ही नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को हुए उमेश पाल हत्याकांड का मुद्दा उठाया तो पूरे सदन में हंगामा होने लगा। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव के बीच...
लखनऊ: यूपी विधानसभा के बजट सत्र के 6वें दिन सदन का माहौल गर्म रहा। जैसे ही नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को हुए उमेश पाल हत्याकांड का मुद्दा उठाया तो पूरे सदन में हंगामा होने लगा। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव के बीच तुम-तड़ाक होने लगा।
बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के सवाल पर नेता सदन योगी आदित्यनाथ जवाब देते हुए सपा सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। इसी बीच सपा प्रमुख ने 'शर्म करो' को श्लोगन निकाला तो उसका जवाब में सीए योगी ने कहा कि- 'शर्म तो तुम्हें करनी चाहिए जो अपने बाप का सम्मान नहीं कर पाए...' विपक्ष पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि प्रयागराज की घटना पर सरकार ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के आधार पर कार्य हो रहा है, लेकिन जिस अपराधियों द्वारा घटना हुई, क्या वो समाजवादी पार्टी द्वारा नही पोषित किया गया? क्या उसे सपा द्वारा सांसद नही बनाया गया, उस अतीक अहमद को सपा द्वारा पोषित किया गया। हम उस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। ये लोग पेशेवर माफियाओं के सरपरस्त हैं, क्या ये सच नही है। जिस माफिया ने ये कृत्य किया है, वो आज प्रदेश से भगोड़ा है, वो माफिया इन्ही की पार्टी से एमपी एमएलए बना। माफिया कोई भी हो, उनको मिट्टी में मिलाने का काम हमारी सरकार करेगी।

रामचरितमानस विवाद पर बोले योगी
योगी ने कहा कि धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस तुलसीदास ने जिस कालखंड में लिखा। उसमें उन्होंने एक ग्रंथ से समाज को जोड़ दिया। मगर आज कुछ लोगों ने रामचरितमानस को फाड़ने का प्रयास किया। जिसकी मर्जी आए, हिंदुओं का अपमान कर दे। मैं मॉरिशियस में प्रवासी भारतीय के आयोजन में गया। मैंने उनसे पूछा कि क्या आपके पास कोई धरोहर है, उन्होंने रामचरितमानस को दिखाया। मैंने पूछा कि आपको पढ़ना आता है? उन्होंने कहा कि हम पढ़ना नहीं जानते, लेकिन यही हमारी विरासत है। हम जानते है कि रामचरितमानस अवधी में रची गई। क्या उसके शब्दों का सही मतलब भी इन्हें (सपा) पता है।