Edited By Pooja Gill,Updated: 25 Jan, 2025 12:23 PM
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में फेमस हुए 'आईआईटी बाबा अभय सिंह' इन दिनों काफी चर्चा का विषय बने हुए है। अभय सिंह पहले आईआईटी में पढ़ाई करने और नौकरी करने वाले अभय सिंह अब धर्म की राह पर चल पड़े...
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में फेमस हुए 'आईआईटी बाबा अभय सिंह' इन दिनों काफी चर्चा का विषय बने हुए है। अभय सिंह पहले आईआईटी में पढ़ाई करने और नौकरी करने वाले अभय सिंह अब धर्म की राह पर चल पड़े हैं और उनकी जिंदगी और उनके अजीबो-गरीब दावों को लेकर लोग हैरान हैं। अब उन्होंने दावा किया है कि उन्हें पिछले जन्म का सब कुछ पता है। इसी तरह उन्होंने कई और दावे किए है।
महादेव की तरह लुक बदलते हैं IIT बाबा
आईआईटी बाबा अभय सिंह ने अपना रूप बदल लिया है। दाढ़ी में दिखने वाले अभय सिंह ने अब क्लीन शेव वाला लुक अपनाया है। इस बदले हुए लुक पर उन्होंने कहा कि "मैं बदलाव करता रहता हूं। महादेव भी लुक बदलते हैं, मैं भी करता हूं। कभी दाढ़ी बढ़ाता हूं, कभी शेव कर लेता हूं। जब मैं यात्रा पर था, महादेव ने कहा था कि हमें एक ही जगह पर रुकने की बजाय हमेशा चलते रहना चाहिए।"
पिछले जन्म का सब पता है
आईआईटी बाबा ने यह भी दावा किया कि उन्हें अपने पिछले जन्म के बारे में पूरी जानकारी है। उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि मैं पिछले जन्म में भगवान कृष्ण था।" उनका कहना था कि कुछ काम वे पहले जन्म में ही कर चुके थे और अब वही काम वे इस जीवन में भी कर रहे हैं।
गणित के सवालों को सपने में हल करता था
अभय सिंह ने अपनी पढ़ाई के बारे में एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया, "एक बार स्कूल में मुझे एक बहुत मुश्किल गणित का सवाल दिया गया था, जिसे किसी भी हाल में हल नहीं किया जा सकता था। मैंने उस सवाल को देखा और सो गया। अगले दिन जब मैंने सपने में उस सवाल को हल कर लिया और टीचर को दिखाया, तो वे हैरान रह गए।"
मुझमें भगवान दिखते हैं
अभय सिंह का कहना है कि लोग उन्हें देखकर भगवान की छवि महसूस करते हैं। "लोग मुझे क्राइस्ट, आदि योगी, और बटुक भैरव जैसे भगवानों की छवि में देखते हैं। लेकिन मैं यह मानता हूं कि हर इंसान के अंदर भगवान होते हैं, बस उन्हें पहचानने की जरूरत है।
श्मशान में हड्डियां खाने का दावा
आईआईटी बाबा ने अपने एक इंटरव्यू में यह भी बताया कि जब वे श्मशान में साधना करने गए थे, तो उन्होंने वहां हड्डियां भी खाई थीं। उन्होंने कहा, "एक बार मैं एक अघोरी बाबा से मिला और फिर मैंने श्मशान में साधना करने का फैसला किया।" इस घटना ने उन्हें एक गहरी आध्यात्मिक यात्रा पर भेजा।