Edited By Mamta Yadav,Updated: 29 Mar, 2023 09:44 PM
कहते हैं, जीवन में उम्मीद ना हो तो समझो कुछ नहीं है...राही उम्मीद का दामन पकड़े अपनी मंजिल की डगर पर निकलता है...कुछ ऐसी ही उम्मीद से साथ मेरठ जिले के रहने वाले मोहम्मद मोहनीश साइकिल से मुंबई यात्रा की तरफ निकल पड़े हैं...मोहम्मद मोहनीश मुंबई में...
मेरठ: कहते हैं, जीवन में उम्मीद ना हो तो समझो कुछ नहीं है...राही उम्मीद का दामन पकड़े अपनी मंजिल की डगर पर निकलता है...कुछ ऐसी ही उम्मीद से साथ मेरठ जिले के रहने वाले मोहम्मद मोहनीश साइकिल से मुंबई यात्रा की तरफ निकल पड़े हैं...मोहम्मद मोहनीश मुंबई में जाकर देश के बड़े उद्यमियों से मिलना चाहते हैं...
रतन टाटा, बिरला, आनंद महिंद्रा जैसे उद्योगपतियों से मिलने की चाहत लेकर मुंबई की तरफ निकल पड़े मोहम्मद मोहनीश को उम्मीद है कि अगर वो साइकिल से मुंबई पहुंचेंगे तो उनकी आवाज उद्यमियों तक पहुंचेगी और इन बड़े उद्यमियों से मुलाकात हो पाएगी... मोहनीश ने बताया कि लगभग 2 महीने से उन्होंने मुंबई जाने की तैयारियां की है...जिसके लिए साइकिल खरीदी और उसपर बैनर लगाए हैं...जिसमें उद्यमियों के फोटो भी लगे हैं... मोहनीश ने बताया कि वह काफी वक्त से मुंबई जाने की योजना बना रहे थे...लेकिन अब उन्होंने ठान लिया है कि वह मुंबई जाकर ही रहेंगे.... मोहनीश को लगता है कि अगर वह मेहनत करके मुंबई पहुंचेगें और उद्यमियों को यह बात पता चलेगी तो वह अपने कीमती टाइम से थोड़ा सा वक्त जरूर देंगे...
दरअसल, मोहनीश ने महिला सुरक्षा और सेव पावर पर 2 प्रोजेक्ट डिजायन किए हैं...अपने प्रोजेक्ट को वो अंबानी, बिरला, महिंद्रा सभी को दिखाना चाहते हैं...मोहनीश को उम्मीद है कि उनकी मेहनत की आवाज इन उद्यमियों तक पहुंचेगी वो मोहनीश को जरूर वक्त देंगे...मोहनीश ने इलेक्ट्रिसिटी पावर और सेफ्टी डिवाइस का प्रोजेक्ट तैयार किया है...उसे लेकर वो उद्यमियों से मिलने जा रहे हैं...इन लोगों से मिलकर वो अपना प्रोजेक्ट दिखाना चाहते हैं...
मोहनीश का कहना है कि साल 2021 में भी दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के घर के बाहर ढाई महीने रुक कर आए थे, उस समय वो थोड़ा बीमार थे, इसलिए मुलाकात नहीं हो पाई... मोहनीश ने कहा कि ‘अगर मैं अब साइकिल से जाता हूं तो हमारे देश के लोग मुझे सपोर्ट करेंगे... मोहनीश का कहना है कि उनके पास इलेक्ट्रिसिटी पावर का एक प्रोजेक्ट है और एक सेफ्टी डिवाइस का है. हमारे देश में महिलाओं के साथ जो आपराधिक वारदातें होती हैं उनको रोकने के लिए ये डिवाइस तैयार की है...मोहम्मद मोहनीश के इस सफर की तैयारी में जहां पूरे 2 महीने का समय लगा है...वहीं उनको अब उम्मीद है कि वो इस बार अपने मकसद में जरूर कामयाब हो जाएंगे...