Edited By Mamta Yadav,Updated: 29 Jul, 2023 04:25 PM

उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में आई फ्लू के कारण अस्पतालों में मरीजों की भारी संख्या पहुंच रही है। अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन आने वाले मरीजों में से 50% मरीज आंखों की समस्याओं के आ रहे हैं जिनमें अमूमन आई फ्लू की समस्या देखी जा रही है।
Hapur News, (सुनील गिरि): उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में आई फ्लू के कारण अस्पतालों में मरीजों की भारी संख्या पहुंच रही है। अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन आने वाले मरीजों में से 50% मरीज आंखों की समस्याओं के आ रहे हैं जिनमें अमूमन आई फ्लू की समस्या देखी जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग इस समस्या को लेकर चला रहा है जागरूकता अभियान
बता दें कि आई फ्लू की समस्या में सबसे पहले मरीज की आंखों में हल्का सा दर्द होना शुरू होता है उसके बाद मरीज की आंख सुर्ख लाल हो जाती है और कभी-कभी आंखों में सूजन भी आ जाती है जिससे मरीज काफी परेशान हो जाता है। वहीं स्वास्थ्य विभाग भी इस समस्या को लेकर जागरूकता अभियान चला रहा है साथ ही सभी से अपील की जा रही है कि आई फ्लू कभी भी किसी की आंखों को देख कर नहीं फैलता है बल्कि किसी ऐसे मरीज से अगर किसी प्रकार का संपर्क किया जाए तो इसके फैलने का खतरा बढ़ जाता है। अमूमन लोग जिनको आई फ्लू हुआ है वह अपनी आंखों को बार-बार छूते रहते हैं और वह अगर किसी स्वस्थ व्यक्ति से हाथ भी मिला ले तो यह उस हाथ मिलाने वाले व्यक्ति में भी जा सकता है। इसके साथ आई फ्लू का वायरस हवा में भी घूमता रहता है अगर ये वायरस किसी स्वस्थ व्यक्ति की आंखों को छू ले तो वो भी आई फ्लू का शिकार हो सकता है।

जानें लक्षण और बचाव के उपाय
वहीं सीएचसी प्रभारी हापुड ने बताया कि आई फ्लू को लेकर सुपरवाइजर से सर्वे कराया जा रहा है। साथ ही आशाओं को भी इसके लिए ट्रेनिंग देकर उनके-उनके क्षेत्र में भेज कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आई फ्लू होने का मुख्य कारण देखा जाता है जिस तरह से बरसात हो रही है और उसके बाद अचानक तेज धूप निकल आती है जिससे आंखों में सूखापन आ जाता है और आंखे खुजलाने लगती हैं, आंखों को खुजलाने के बाद आंखों में लाली आ जाती है यह ही एक मुख्य कारण है आई फ्लू होने का। इसके लिए अस्पताल में आने वाले मरीजों को इसके लिए दवाई भी दी जा रही है साथ ही उनको किस तरह से इससे जल्द निजात पानी है वह नियम भी बताए जा रहे हैं।