Edited By Ramkesh,Updated: 07 Dec, 2021 03:10 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में रिमोट का बटन दबाकर गोरखपुर खाद कारखाना एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान व रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया। दरअसल, 1990 में खाद कारखाना बंद चल रहा था, जिसका पुन: संचालन किया गया है।
गोरखपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में रिमोट का बटन दबाकर गोरखपुर खाद कारखाना एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान व रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया। दरअसल, 1990 से खाद कारखाना बंद चल रहा था, जिसका पुन: संचालन किया गया है।
आपको बता दें कि गोरखपुर का खाद कारखाना 600 एकड़ के इलाके में फैला है इसे दोबारा शुरू करने में 8903 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस कारखाना के शुरू होने से पूर्वांचल में खेती-किसानी के लिए पर्याप्त खाद की उलब्धता हो सकेगी। इस कारखाने में हर दिन 3850 नीम कोटेड यूरिया और 2200 मीट्रिक टन लिक्विड अमोनिया का उत्पादन होगा। यह खाद कारखाना खुलने से कई हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। साथ ही, आसपास के लोगों के लिए भी रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
गौरतलब है कि 16 दिसंबर 2017 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में इस कारखाने का भूमिपूजन किया था। लगभग 4 साल में यह कारखाना बनकर तैयार हो गया और अब उत्पादन भी शुरू हो गया है। यह कारखाना लगभग 31 साल से बंद पड़ा था जिसे केंद्र सरकार की मदद से दोबारा शुरू किया गया है। इस प्लांट में अमोनिया से यूरिया बनाने का काम बड़े पैमाने पर होगा। गोरखपुर कारखाने का काम अपने निर्धारित समय से थोड़ा पहले पूरा हुआ है।