Edited By Ajay kumar,Updated: 20 Feb, 2020 06:52 PM
नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहे धरना प्रदर्शन को लेकर शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चैयरमैन ने बड़ा...
लखनऊः नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहे धरना प्रदर्शन को लेकर शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चैयरमैन ने बड़ा बयान दिया है। रिजवी ने कहा कि शाहीन बाग का धरना हक मांगने की लड़ाई नहीं बल्कि हिंदुओं का हक छीनने की जिद है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पहले कसाब भेजता था, लेकिन अब 'ओवैसी वायरस' से हिंदुस्तान में कसाब तैयार किये जा रहे हैं। यह जारी रहा तो इस्लामिक दाढ़ी और बगैर मूंछ के डरावने चेहरे हिंदुस्तान की गंगा-जमुनी तहजीब को तार-तार कर देंगे। उन्होंने कहा कि शाहीन बाग जैसे हजारों धरने हो जाएं लेकिन सीएए (CAA) पर कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
वसीम रिजवी लगातार अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में बने रहते हैं। इससे पहले उन्होंने बरेली में तौकीर रजा के बयान पर उन्हे नामर्द कहा था, जो बेहद विवादित रहा था। सीएए के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों पर लगातार वसीम रिजवी सख्त बयानबाजी करते रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में महिलाएं और अन्य 15 दिसंबर, 2019 से धरने पर बैठे हुए हैं। उनकी मांग है कि सरकार CAA कानून को तत्काल वापस ले। दो महीने से ज्यादा समय से जारी धरना की वजह से लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मसले का हल निकालने के लिए SC द्वारा पिछले दिनों प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए थे। इसके तहत बुधवार को दोनों पर्यवेक्षकों साधना रामचंद्रन, संजय हेगड़े ने यहां पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे लोगों की बात सुनी थी।