Edited By Ramkesh,Updated: 15 Nov, 2024 03:20 PM
उत्तर प्रदेश के जनपद संभल में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सम्भल में श्रद्धालुओं ने आज गंगा नदी में स्नान कर आस्था की डुबकी लगाई। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहते हैं। हिन्दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व...
सम्भल (डॉ मुजम्मिल दानिश): उत्तर प्रदेश के जनपद संभल में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सम्भल में श्रद्धालुओं ने आज गंगा नदी में स्नान कर आस्था की डुबकी लगाई। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहते हैं। हिन्दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन पवित्र गंगा नदी में स्नान कर के दीपदान एवं दान करने का खास महत्व होता है। इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का अंत किया था। इसी कारण से इसे त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहते हैं, जिसकी खुशी में देवताओं ने हजारों दीप जलाकर दिवाली मनाई थी। जो आज भी देव दिवाली के रूप में मनाई जाती है।
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर सम्भल के घाटों पर देर रात से ही ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया, जो अभी तक जारी है। सुबह होते ही श्रद्धालु ‘हर-हर गंगे, जय गंगा मैया, हर हर महादेव’ के जयकारे के साथ गंगा में डुबकी लगाने लगे। स्नान के बाद लोगों ने विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना की और दान किया।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व है। इस दिन जो भी दान किया किया जाता है, उसका पुण्य कई गुना अधिक प्राप्त होता है। इस दिन अन्न, धन और वस्त्र दान का विशेष महत्व है। सम्भल व आसपास के जिलों से हजारों श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए सिसौना व राजघाट गंगा तट पहुंचे और वहां स्नान के साथ ही महादेव की पूजा-अर्चना की।