Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 28 Nov, 2023 06:01 PM

सिलक्यारा सुरंग में बचावकर्मियों के मलबे में ड्रिलिंग का काम पूरा होने और पाइप डाले जाने के समाचारों के आने से सुरंग के बाहर खड़े श्रमिकों के परिजनों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। अधिकारियों ने यहां बताया कि निर्माणाधीन सुरंग के अव...
लखनऊ: सिलक्यारा सुरंग में बचावकर्मियों के मलबे में ड्रिलिंग का काम पूरा होने और पाइप डाले जाने के समाचारों के आने से सुरंग के बाहर खड़े श्रमिकों के परिजनों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। अधिकारियों ने यहां बताया कि निर्माणाधीन सुरंग के अवरूद्ध हिस्से में की जा रही क्षैतिज ड्रिलिंग 55.3 मीटर तक पूरी हो गई है। इस पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 41 लोगों के लिए हर ताकत लगी थी। केंद्र प्रदेश सरकार उत्तराखंड के लोगों के साथ है।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी लगातार बचाव कार्य की समीक्षा कर रहे हैं। सबके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह लगातार वहां मौजूद है। पीएम मोदी लगातार उत्तराखंड के राहत बचाव पर अपडेट ले रहे थे। देशवासियों की प्रार्थना का परिणाम है उत्तराखंड का राहत बचाव कार्य चल रहा है। हमारे सभी मजदूर साथी बाहर आएंगे।

बता दें कि उत्तरकाशी से 16 दिन बाद अच्छी खबर आई है। निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रैट माइनर्स की टीम ने मैन्युअल ड्रिलिंग पूरी की। इसके बाद श्रमिकों तक पाइप पहुंचाया गया, फिर मेडिकल टीम सुरंग के अंदर दाखिल हुई। सिल्क्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन अंतिम चरण में पहुंच गया है। 12 नवंबर से यानी 17 दिनों तक 41 मजदूर सुरंग में फंसे रहे। इसके बाद से इन मजदूरों को निकालने के लिए दिन-रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। उत्तरकाशी के सिल्क्यारा टनल में 41 मजदूरों के फंसे होने से देश-दुनिया की निगाहें इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर टिक गईं। सरकार की तरफ से सभी मजदूरों को सुरक्षित बताया जा रहा है।
रेस्क्यू में सामने आ रही दिक्कत का भी समाधान निकाल लिया गया है। अभी तक एक भी मजदूर को सुरंग से बाहर नहीं लाया गया है। जानकारी के अनुसार एक पाइप को काटना बाकी है। जिसके लिए एजेंसियां काम पर लगी हुईं हैं। वहीं अभी श्रमिकों को बाहर लाने में एक घंटे का वक़्त लग सकता है।