Edited By Imran,Updated: 25 Oct, 2024 03:21 PM
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक साथ इंस्पेक्टर और एक दरोगा का डिमोशन किया गया है। दरअसल, यहां पर एक चौकी इंचार्ज को इंस्पेक्टर और एक इंस्पेक्टर को सिपाही बना दिया गया है। वहीं, पुलिसकर्मियों पर इस कार्रवाई से पूरे में महकमें में हड़कंप मचा हुआ है।
बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक साथ इंस्पेक्टर और एक दरोगा का डिमोशन किया गया है। दरअसल, यहां पर एक चौकी इंचार्ज को इंस्पेक्टर और एक इंस्पेक्टर को सिपाही बना दिया गया है। वहीं, पुलिसकर्मियों पर इस कार्रवाई से पूरे में महकमें में हड़कंप मचा हुआ है।
आपको बता दें कि यह मामला जिले के जरवला रोड थाने का है। फरवरी, 2024 में इस थाने में इंस्पेक्टर विनोद राय थानाध्यक्ष के पद पर तैनात थे, जबकि दरोगा मोहम्मद असलम चौकी इंचार्ज थे। जरवल कस्बे में दबंगों द्वारा कुछ लोगों की जमीन पर कब्जा किया जा रहा था। इस बारे में जब थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज से जानकारी ली गई तो उन्होंने एसपी को गुमराह किया। जब एसपी को दोनों पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध लगी तो उन्होंने जांच कराई। जांच में दोनों की लापरवाही सामने आई। इसके बाद एसपी ने इंस्पेक्टर और दरोगा को सस्पेंड कर दिया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ग्रामीण की जांच के बाद इंस्पेक्टर और दरोगा को उनके मूल पद पर वापस भेज दिया गया। इन दोनों को नियमानुसार प्रमोशन मिला था।
मामले में एसपी का बयान
वहीं, इस मामले को लेकर, एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि इंस्पेक्टर विनोद राय को दरोगा जबकि दरोगा मोहम्मद असलम को सिपाही पद पर वापस भेज दिया गया है। इन दोनों पुलिसकर्मियों ने जमीन कब्जा के मामले में उच्च अफसरों को गुमराह किया।