Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 29 Apr, 2020 06:12 PM
कोरोना वायरस संकट से पूरी दुनिया जंग लड़ रही है। वहीं उत्तर प्रदेश के कानपुर से खुशखबरी है। जहां पहली कोरोना पॉजिटिव गर्भवती का सुरक्षित प्रसव कराया गया है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के अपर इंडिया...
कानपुरः कोरोना वायरस संकट से पूरी दुनिया जंग लड़ रही है। वहीं उत्तर प्रदेश के कानपुर से खुशखबरी है। जहां पहली कोरोना पॉजिटिव गर्भवती का सुरक्षित प्रसव कराया गया है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के अपर इंडिया शुगर एक्सचेंज अस्पताल में महिला ने बच्चे को जन्म दिया है। डॉक्टरों ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
बता दें कि बेकनगंज निवासी 21 वर्षीय गर्भवती सोमवार को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के जच्चा-बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया था। हॉटस्पॉट क्षेत्र में होने की वजह से उसे हाईरिस्क मानते हुए आइसोलेशन में रखा गया। उसका थ्रोट और नेजल स्वाब का सैंपल लेकर जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया था, इस बीच गर्भवती की हालत बिगड़ने लगी।
विभागाध्यक्ष प्रो. किरन पांडेय के निर्देशन में डॉ. प्रतिमा ने सीजेरियन प्रसव कराने का निर्णय लिया। हालांकि उसकी कोरोना की जांच रिपोर्ट नहीं आई थी लेकिन पूरा एहतियात बरतते हुए अलग ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में उसे ले जाया गया। पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट किट एवं मास्क लगाकर कंसल्टेंट और जूनियर रेजीडेंट ने सीजेरियन प्रसव कराया। प्रसूता और उसका बेटा पूरी तरह सुरक्षित हैं और उन्हें अलग आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
बुधवार को जांच रिपोर्ट आई जिसमें महिला के पॉजिटिव आने के बाद खलबली मच गई। ओटी में प्रसव के दौरान स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की डॉक्टर एवं जेआर रेजीडेंट और साथ में बाल रोग विभाग के दो रेजीडेंट थे। ओटी में मौजूद डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टॉफ समेत दस लोगों को क्वारंटाइन कराया गया है।
प्रो. किरन ने बताया है कि अस्पताल में भर्ती होने वाले सभी मरीजों को कोरोना संदिग्ध मानते हुए जांच कराई जा रही है। पहली कोरोना संक्रमित गर्भवती का सुरक्षित प्रसव कराने में टीम सफल रही है, जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। CMO डॉ. अशोक शुक्ला ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव महिला का हैलट के जच्चा-बच्चा अस्पताल में सुरक्षित प्रसव कराया गया है।