Edited By Harman Kaur,Updated: 16 May, 2023 01:22 PM

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य श्री राम मंदिर का प्रथम तल लगभग बनकर तैयार हो गया है। मंदिर की छत ढलाई का भी लगभग 60 फीसदी पूरा हो गया है...
अयोध्या (संजीव आजाद): उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य श्री राम मंदिर का प्रथम तल लगभग बनकर तैयार हो गया है। मंदिर की छत ढलाई का भी लगभग 60 फीसदी पूरा हो गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर की निर्माण प्रगति का वीडियो जारी किया है। वहीं, गर्भगृह में विराजमान होने वाले रामलला की मूर्ति अब अयोध्या आने वाले पत्थरों से बनने के बजाय कर्नाटक से बनकर आने की संभावना जताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक, जनवरी 2024 में रामलला अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे, इसलिए रामलला के मंदिर का निर्माण तेज गति से चल रहा है। मंदिर का प्रथम तल लगभग बनकर तैयार हो गया है, जबकि मंदिर की छत ढलाई का काम भी लगभग 60 फीसदी पूरा हो गया है।
राम मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि सितंबर 2023 तक मंदिर के प्रथम तल का कार्य पूरा हो जाएगा। वहीं, नवंबर 2023 तक खिड़की दरवाजे समेत बाकी सभी काम पूरे हो जाएंगे। इसके बाद उचित मुहूर्त में जनवरी 2024 में रामलला अपने गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता के मुताबिक, जनवरी 2024 में गर्भगृह में जब राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होंगी तो उस समय उनकी मूर्ति की आवश्यकता होंगी, लेकिन मूर्ति को लेकर एक बड़ा पेंच फंस गया हैं। पेंच यह कि नेपाल की गंडकी नदी के अलावा मूर्ति बनाने के लिए राजस्थान और कर्नाटक के लाए गए पत्थर उपयुक्त नहीं निकले हैं। अधिकतर शिला खंडो के भीतर या तो दरार पाई गई हैं या फिर रेखाएं मिली हैं। जिसके कारण इन पत्थरो से मूर्ति निर्मित करने को लेकर समस्या खड़ी हो गई हैं। अब यह कहा जा रहा हैं कि रामलला कि मूर्ति कर्नाटक के पत्थरों से वहीं से बनकर आ सकती हैं। इससे पत्थरों को वंहा से अयोध्या लाने का व्यय और समय दोनों बचेगा।