Edited By Ramkesh,Updated: 09 Sep, 2024 05:03 PM
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमो मायावती ने कानपुर में रेलवे पटरी पर गैस सिलेंडर रखकर बड़ी घटना की साजिश के विफल होने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कानपुर में रेलवे पटरी पर गैस सिलेंडर आदि रखकर रेल दुर्घटना कराने के षडयंत्र का...
कानपुर: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमो मायावती ने कानपुर में रेलवे पटरी पर गैस सिलेंडर रखकर बड़ी घटना की साजिश के विफल होने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कानपुर में रेलवे पटरी पर गैस सिलेंडर आदि रखकर रेल दुर्घटना कराने के षडयंत्र का विफल होना संतोषजनक है, हालांकि उन्होंने कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच-पड़ताल के बाद दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई जरूरी, ताकि जन व रेल सुरक्षा बनी रहे।
आप को बता दें कि कानपुर जिले के शिवराजपुर क्षेत्र में बीती रात कानपुर अनवरगंज से भिवानी जा रही 14117 कालिंदी एक्सप्रेस को बेपटरी करने का प्रयास किया गया लेकिन चालक की सतकर्ता से हादसा टल गया। आतंकवादी निरोधक दस्ते (एटीएस) के पुलिस महानिरीक्षक नीलाब्जा चौधरी ने सोमवार को घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और कहा कि ट्रेन को डिरेल करने का प्रयास किया गया। सुरक्षा एजेंसियां हर पहलू को देख रही हैं। जांच करने के बाद ही इस बारे में स्पष्ट तौर पर बताया जा सकेगा।
अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंद्र ने सोमवार को बताया कि रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे बररजपुर और बिल्हौर रेलवे स्टेशन के बीच खम्बा नंबर 37/17 के पास रेलवे ट्रैक पर एक घरेलू सिलेंडर रख कर ट्रेन को बेपटरी करने का प्रयास किया गया। इंजन से किसी भारी वस्तु के टकराने का अहसास होते होते ही लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। सूचना मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गयीं। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी।
ट्रैक के पास घरेलू सिलेंडर और पेट्रोल से भरी बोतल, माचिस और एक संदिग्ध झोला बरामद हुआ। इस दौरान कालिंदी एक्सप्रेस करीब 22 मिनट ट्रैक पर खड़ी रही। एहतियातन लखनऊ से बांद्रा टर्मिनल के लिए जा रही लखनऊ बांद्रा एक्सप्रेस को भी बिल्हौर स्टेशन पर रोका गया। सूचना मिलते ही अनवरगंज स्टेशन के रेलवे अधीक्षक, आरपीएफ और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल की जांच की। जांच के दौरान ट्रैक पर लोहे जैसे वस्तु के रगड़ने के निशान मिले। आरपीएफ ने ड्रैगन और सर्च लाइट की मदद से रेलवे ट्रैक और आसपास की झाड़यिों की जांच की। मामले की फॉरेंसिक के द्वारा जांच कराई जा रही है।